सरगुजा

सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 27 जनवरी। बड़ी अनहोनी होने का झांसा देकर महिला से ठगी करने वाले मेरठ उत्तर प्रदेश के 4 आरोपियों को अंबिकापुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों द्वारा अम्बिकापुर में ठगी करने के बाद मनेन्द्रगढ़ में भी ठगी की थी। घटनास्थल के सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगालने के पश्चात आरोपियों की पहचान हुई।
पुलिस के मुताबिक प्रार्थिया निशा अग्रवाल ने थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि गत 15 जनवरी की शाम को पुराना बस स्टैण्ड के पास अपनी भतीजी के साथ काम से गई थी, 2 अज्ञात व्यक्ति मौके पर पहुंचकर प्रार्थिया से पतंजली स्टोर का पता पृछ रहे थे, जानकारी नहीं होने की बात बोलकर आगे बढ़ जाने पर दोनों अज्ञात व्यक्तियों द्वारा प्रार्थिया को रोककर उसके घर में किसी बड़ी अनहोनी होने की बात कहकर अपने झांसे में लेकर पूजा पाठ कर समस्या से निजात दिलाने हेतु भरोसा दिलाया गया।
प्रार्थिया झांसे में आकर दोनों अज्ञात व्यक्तियों के कहने के अनुसार अपने पहने हुये सोने के जेवर एवं नगद 1200 रुपये निकालकर भतीजी को दी एवं दोनों अज्ञात व्यक्तियों द्वारा पीछे नहीं देखने की बात बोलकर प्रार्थिया को आगे भेज दिये, प्रार्थिया के आगे जाने पर दोनों अज्ञात आरोपियों द्वारा उसकी भतीजी से सोने के जेवर एवं नगद रकम लेकर अपने अन्य दो साथियों के साथ मौके से दुपहिया वाहन से फरार हो गये। ठगी का एहसास होनेपर प्रार्थिया द्वारा घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
जांच विवेचना के दौरान घटनास्थल के सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगालने के पश्चात साइबर सेल से तकनीकी जानकारी संयुक्त प्राप्त कर विशेष टीम को मेरठ उत्तरप्रदेश भेजा गया, पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए घेराबंदी कर 4 शातिर अन्तर्राज्यीय आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार आरोपियों से घटना के संबंध में पूछताछ करने पर अपना नाम सादिक, जाफर, अकिल, दिवाकर सभी साकिन मेरठ उत्तर प्रदेश का होना बताए, एवं प्राथिया से बड़ी अनहोनी होने की बात कहकर झांसे में लेकर ठगी की घटना कारित करना स्वीकार किया गया एवं घटना में प्रयुक्त दुपहिया वाहन को आरोपियों की निशानदेही पर बरामद किया गया है। आरोपियों के कब्जे से 4 नग मोबाइल, 75 ग्राम सोना बरामद किया गया है।
मामले में प्रार्थिया द्वारा आरोपियों की पहचान की गई है आरोपियों के विरूद्ध अपराध सबूत एवं घटना कारित करना पाये जाने से विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जाता है।