रायपुर

समान कार्य,और जोखिम को देखते हुए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 28 जनवरी। प्रदेश के जेल विभाग में पदस्थ जेल प्रहरियों, मुख्य प्रहरियों, सहायक -उप अधीक्षकों, जेल अधीक्षकों व अन्य कर्मचारियों को जिला पुलिस बल में मर्ज करने की मांग उठी है।
आजाद जनता पार्टी के अध्यक्ष उज्जवल दीवान ने सीएम भूपेश बघेल को पत्र लिखकर यह मांग की है। उज्जवल, पुलिस कर्मियों के अधिकार, सुविधाओं को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं। उज्जवल के पत्र के मुताबिक जेल विभाग व जिला पुलिस बल विभाग गृह मंत्रालय छ.ग. के अधीन आते हैं तथा दोनों विभागों का कार्य भी सुरक्षा करना ही होता है। दोनों विभागों का बुनियादी वेतन, प्रशिक्षण, कार्य व जोखिम भी लगभग एक समान ही होता है। इसके बावजूद दोनों विभागों में पदस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों के भत्तों व पदोन्नति में बहुत सी भिन्नताएं व असमानताएं हैं।ज्यादा तर जेल प्रहरी, प्रहरी पद से ही सेवानिवृत्त हो जाते हैं। उन्हें एक भी पदोन्नति का लाभ नहीं मिल पाता। दोनों विभागों के महानिदेशक भी पुलिस विभाग के आई.पी.एस. के अधिकारी ही होते हैं। इस तरह से दोनों विभागों के कर्मचारियों / अधिकारियों का लगभग समान कार्य होने के बावजूद भत्तों व पदोन्नति में भिन्नता व असमानता होना न्यायोचित नहीं है।
इसलिए जेल प्रहरियों, मुख्य प्रहरियों, सहायक जेल -उप अधीक्षकों, जेल अधीक्षकों व अन्य कर्मचारियों को जिला पुलिस बल में सम्मिलित कर न्याय किया जाए।