धमतरी

जपं अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी
02-Feb-2023 2:51 PM
जपं अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी

कलेक्टर तय करेंगे सम्मिलन की तारीख
कांग्रेस के बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर, कांग्रेसी कुर्सी बचाने तो भाजपाई कब्जा करने जुटे

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 2 फरवरी।
जनपद पंचायत धमतरी अध्यक्ष गूंजा साहू और उपाध्यक्ष अवनेन्द्र साहू की कुर्सी खतरे में है। उन्हें हटाने सत्ता पक्ष कांग्रेस के साथ ही भाजपाई सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में है। पच्चीस में से 19 सदस्यों का हस्ताक्षर हुए पत्र कलेक्टर को सौंपा गया है। अब सम्मेलन की तारीख कलेक्टर तय करेंगे।


जानकारी के मुताबिक जनपद पंचायत धमतरी में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष का चुनाव 2020 में हुआ। भाजपा के 13 सदस्य तथा कांग्रेस के 12 सदस्य जीतकर आए थे, इसके बावजूद यहां भाजपा अपना अध्यक्ष नहीं बना पाई। भाजपा सदस्य के क्रॉस वोटिंग से बहुमत नहीं होने के बाद भी कांग्रेस की गूंजा साहू जनपद अध्यक्ष बनी। उन्हें 13 वोट मिले थे, जबकि उपाध्यक्ष पद पर भी क्रॉस वोटिंग हुई थी, जिसमें भाजपा के कुल 13 वोट होने के बावजूद अवनेन्द्र साहू को 15 वोट मिले थे, जिसके सहारे वह जनपद उपाध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज हो गए। अब 3 साल बाद फिर से अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। इस बीच सदस्यों ने एक स्वर में जनपद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पर अविश्वास जताते हुए 19 सदस्यों के हस्ताक्षर पत्र कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी को 2 दिन पहले दिया और सम्मेलन बुलाने की मांग रखी गई। अब कलेक्टर तारीख तय करेंगे। कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के लिए पत्र मिला है। हस्ताक्षर का मिलान करने के बाद ही इस संबंध में कोई निर्णय होगा।

भाजपा में भी बगावत
जनपद की राजनीति में कांग्रेस की तरह भाजपा समर्थित सदस्य भी बगावत के मुड़ है। उपाध्यक्ष अवनेन्द्र साहू की कार्यशैली से नाराज 4 से 5 सदस्य अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को हटाने के लिए कांग्रेस का साथ देने के लिए भी तैयार है। अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस-भाजपा सदस्यों का कई दौर की संयुक्त बैठक भी हो चुकी है। संभवत: जल्द ही जनपद में अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता हैं।
 

भूमिगत हुए सदस्य
25 सदस्यों वाली जनपद पंचायत में कांग्रेस के 12 सदस्य एवं भाजपा के 13 सदस्य है। क्रॉस वोटिंग के चलते दोनों ही दलों का समीकरण बिगड़ा। इसके बाद से यहां कांग्रेस और भाजपा का समीकरण अब तक नहीं बन पाया। अब कांग्रेस-भाजपा के सदस्य भूमिगत हो गए है। अधिकांश का मोबाइल बंद हैं। परिजनों से पूछताछ करने पर यह भी बताया जा रहा है कि सदस्य रिश्तेदार के घर गए है।


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