बलौदा बाजार
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310 आंगनबाड़ी केंद्रों में लटक रहा ताला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 2 फरवरी। तेईस जनवरी से अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं के हड़ताल पर चले जाने से नैनिहालों व कुपोषित महिलाओं को भोजन और पोषण आहार मिलना बंद हो गया है। आंगनबाड़ी केंद्रों में ताला लटका होने की वजह से बच्चे भी भटक रहे हैं, इसके चलते हितग्राहियों में रोष व्याप्त है।
बलौदा बाजार जिले में भी 310 आंगनबाड़ी केंद्रों पर ताला लटका हुआ है, जिसमें सिमगा ब्लॉक के सभी 246 आंगनबाड़ी केंद्र शामिल हैं।
गौरतलब है कि प्रारंभ में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं ने राजधानी रायपुर में 23 जनवरी से हड़ताल प्रारंभ की थी क्योंकि कार्यकर्ता सहायिका दो संगठनों से जुड़े हुए हैं अत: एक संगठन द्वारा हड़ताल से बाहर होने के बाद दूसरे संगठन के लोग अपने घरों में बैठकर मांगों के समर्थन में हड़ताल पर डटे हुए हैं। जिला मुख्यालय में बलौदा बाजार सेक्टर के सभी 31 केंद्रों में पिछले 8 दिनों से ताला लटका हुआ है, इसका खामियाजा मासूम बच्चों व कुपोषित महिलाओं को बेवजह भोगना पड़ रहा है।
गंभीर कुपोषित बच्चों गर्भवती एवं शिशुवती महिलाएं भी प्रतिदिन केंद्र के खुलने की आस में वहां पहुंच रही हैं तथा मायूस होकर वापस लौटने मजबूर हैं।
इस संबंध में जिला कार्यक्रम अधिकारी एल आर कच्छप ने बताया कि जिला के कुल 1555 आंगनबाड़ी केंद्रों में बलौदा बजार सेक्टर के 31 सोनाखान सेक्टर के 33 तथा सिमगा ब्लॉक के सभी 246 केंद्रों की कार्यकर्ता सहायिका हड़ताल पर हैं। उन्होंने मामला शासन प्रशासन द्वारा शीघ्र हल कर लिए जाने की उम्मीद व्यक्त की है।