धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 2 फरवरी। देश भर में स्कूली बच्चों के लिए शासन द्वारा मध्याह्न भोजन देने की योजना चलाई जा रही है। अभी वर्तमान में आठवीं तक के बच्चों को इस मध्याह्न भोजन परोसा जा रहा है।
भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा जिला धमतरी जिलाध्यक्ष महेन्द्र नेताम ने शासन से मांग की है कि वर्तमान में केवल माध्यमिक स्तर के बच्चों को ही मध्याह्न भोजन परोसा जा रहा है। जिसे हाईस्कूल तक संचालित किया जाए। हाईस्कूल पढऩे वाले बच्चे भी 8 वीं के बराबर लगभग उम्र के होते हैं, स्कूल के मध्यांतर के समय अधिकतर बच्चे आसपास के होटलों में नाश्ता करते नजर आते हैं। प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालय के बच्चे अधिकतर स्थानीय होते हैं. लेकिन हाई स्कूल के बच्चे 10 - 12 किमी की दूरी तय कर शाला पहुंचते हैं। सुबह का भोजन ग्रहण कर सायकल चलाने में ही पूर्ण रूप पाचन हो जाता है, फिर बढ़ते हुए किशोर-किशोरियों को अधिक आहार की आवश्यकता होती है।
छुट्टी के बाद कई बच्चे भूख से तड़पते घर पहुँचते हैं। दूर दराज के बच्चे भूख कारण घर पहुँचते तक थका हुआ दिखते हैं। ग्रामीण क्षेत्र के अधिकतर बच्चों से बात करने पर उन्होंने भी मध्याह्न भोजन परोसने पर हामी भरी।