दुर्ग

किसानों की जमीन बचाने मुस्तैद हुआ दुर्ग जिला प्रशासन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग/भिलाई नगर, 2 फरवरी। दुर्ग जिले की खेतिहर जमीन पर धड़ल्ले से हो रही अवैध प्लाटिंग पर अब कलेक्टर का बुलडोजर चलना शुरू हो गया है। कलेक्टर ने पहले अवैध प्लाटिंग को रोकने के निर्देश दिए, उसके बाद कार्रवाई के लिए जिला प्रशासन की टीम का गठन किया है। इस टीम ने सबसे पहली कार्रवाई जेवरा क्षेत्र में की है। यहां 11.5 एकड़ जमीन पर की जा रही प्लाटिंग को बंद कर वहां से मुरुम को जब्त किया गया।
कलेक्टोरेट दुर्ग से मिली जानकारी के मुताबिक जेवरा सिरसा क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग की जा रही थी। इसके खिलाफ कलेक्टर को कई शिकायतें मिली। उन्होंने एसडीएम को कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद नायब तहसीलदार किशोर कुमार वर्मा की टीम मरारीन धरसा रोड पर पहुंची और वहां पाया कि तालाब के किनारे सहित अन्य क्षेत्रों में बडी़ जमीन पर अवैध प्लाटिंग की गई है। तहसीलदार ने पहले तो प्लाटिंग के काम को रुकवाया। इसके बाद जेसीबी की मदद से टीम ने प्लाटिंग के लिए बनाई गई मुरुम की सडक़ को ध्वस्त करवाया और मुरुम को जब्त कर दूसरी जगह भेजा गया। नायब तहसीलदार किशोर कुमार वर्मा ने बताया कि कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा के आदेश पर यह कार्रवाई गई है। टीम ने प्लाटिंग की पूरी मार्ग संरचना को ध्वस्त कर प्लाटिंग के लिए चिन्हांकित किए गए खंभों आदि को उखाड़ा गया है।
श्री वर्मा ने बताया कि यहां 3 अलग-अलग पैच में अवैध प्लाटिंग की जा रही थी। इसमें तालाब रोड में 5 एकड़ पर, जेवरा गांव में 4 एकड़ और 2.5 एकड़ में अवैध प्लाटिंग की जा रही थी जिसे पूर्णत: ध्वस्त किया गया।