धमतरी

पैरी नदी किनारे पेंटर की संदिग्ध मिली थी लाश, 24 घंटे के अंदर पर्दाफाश
सबूत मिटाने लाश श्मशान घाट में जलाया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी/राजिम, 3 फरवरी। धमतरी से खौफनाक वारदात सामने आई। यहां 25 वर्षीय युवक रौनक छाबड़ा ने अपने गुरू बसंत साहू की हत्या की और उसका खून पी लिया। हत्यारे ने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि उसे किसी दूसरे साधु ने कहा था कि ऐसा करने से उसे अपने गुरु की सारी सिद्धि हासिल हो जाएगी। आरोपी ने हत्या कर शव को नदी किनारे अधजली हालत में छोड़ दिया था। यह घटना करेली बड़ी चौकी ईलाके का है।
1 फरवरी को पैरी नदी स्थित एनीकट किनारे शमशान घाट के पास एक अधजली लाश मिली थी। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया। जांच शुरू की। घटना स्थल के पास मिले सबूतों के आधार पर उसकी शिनाख्त नयापारा थाना सोमवानी निवासी बसंत साहू (50) के रूप में की गई। पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की, तो पता चला कि वह तंत्र-मंत्र का काम करता था। 31 जनवरी को अंतिम बार उसे रौनक सिंह छाबड़ा देवेन्द्र नगर जिला रायपुर के साथ देखा गया था। पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही घेराबंदी कर उसे हिरासत में ले लिया। पूछताछ में अपना जुर्म स्वीकारा।
पहले साथ बैठकर पी शराब, फिर डंडे से मारकर हत्या
मृतक बसंत साहू और आरोपी रौनक छाबड़ा के बीच गुरू-शिष्य का रिश्ता था। बसंत साहू उसे तंत्र-मंत्र की विद्या सीखाने लगा। तंत्र-मंत्र के जरिए रौनक सिंह दौलतमंद बनना चाहता था। 31 जनवरी की रात 12 बजे दोनों तंत्र-मंत्र साधना करने श्मशान घाट पहुंचे। पहले दोनों ने शराब पी। फिर बसंत साहू ध्यान मग्न हुआ। रौनक ने उस पर योजना के मुताबिक हमला कर मार दिया।
हत्यारे बोले- गुरु की बलि से मिलती है असीमित शक्तियां, इसलिए मारा
पुलिस को दिए गए बयान में रौनक छाबड़ा ने बताया कि उसे किसी तांत्रिक ने बताया था कि यदि तंत्र साधना करते हुए गुरू को मारकर जीवित अवस्था में ही उसका खून पिया जाए, तो असीमिति दैविक शक्तियां प्राप्त हो जाती है, इसलिए उसने सबसे पहले सिर पर प्राण घातक हमला किया। फिर एक कटोरे में खून निकालकर पी गया। उसके बाद उसने साक्ष्य को छिपाने के उद्देश्य से शरीर को जला दिया। पुलिस ने आरोपी रौनक सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।