राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 फरवरी। इंदौर में 31 जनवरी से 4 फरवरी तक आयोजित 5वीं खेलों इंडिया युथ गेम्स में रजत पदक प्राप्त किया। छत्तीसगढ़ टीम फाईनल में पंजाब टीम से परास्त हो गईं।
छत्तीसगढ़ टीम के रजत पदक प्राप्त करने में डी कीर्ति, रिया कुनघाडकर, डिम्पल धोबी, मोनी अडला, विद्या, रूखसार अली, आंचल यादव, चंचल शर्मा, मिनु सिंहा, रितिका निषाद, के. रितु श्री, साक्षी भगत ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। टीम की कोच अंतर्राष्ट्रीय कोच कालवा राधा राव, राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक विजेता कोच उमेश सिंह ठाकुर एवं मैनेजर राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक विजेता राजेश प्रताप सिंह थे।
इस प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ टीम ने लीग मेचेस में महाराष्ट्र, तमिलनाडु एवं राजस्थान टीम को परास्त किया। जबकि सेमीफाईनल में मध्यप्रदेश को 63-39 अंक से पराजित कर फाईनल में प्रवेश किया। फाईनल में पंजाब टीम ने अपनी टीम के खिलाडिय़ों की हाईट का फायदा उठाकर छत्तीसगढ़ टीम को परास्त किया। छत्तीसगढ़ को उनकी अच्छी खिलाडिय़ों के चोटिल होने का नुकसान हुआ।
इस टीम में छह खिलाड़ी भारतीय खेल प्राधिकरण प्रशिक्षण केन्द्र राजनांदगांव की आवासीय योजना की है। इनके नाम रिया कुनघाडकर, डिम्पल धोबी, आंचल यादव, मोनी अडला, चंचल शर्मा एवं मिनु सिंहा। ये सभी खिलाड़ी दिल्ली पब्लिक स्कूल राजनांदगांव में अध्ययनरत हैं। जबकि टीम की मुख्य कोच अंतरराष्ट्रीय कोच कालवा राधा राव भी राजनांदगांव की है।
उल्लेखनीय है कि राजनांदगांव में 2001 में भारतीय खेल प्राधिकरण प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना के पश्चात यहां के बास्केटबॉल खिलाडिय़ों ने विभिन्न राष्ट्रीय प्रतियोगिता में स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदक प्राप्त किया। इसके अतिरिक्त विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय बास्केटबॉल प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व किया है। राजनांदगांव को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बास्केटबॉल नर्सरी के रुप में स्थापित किया है। यहां के कई खिलाडिय़ों ने विभिन्न शासकीय संस्थाओं में खेल कोटे से नौकरी भी पायी है। राजनांदगांव में अत्याधुनिक खेल सुविधा और उपकरण उपलब्ध है। यहां दिग्विजय स्टेडियम में एक ही जगह में आठ मैदान है, जो देश में कहीं भी नहीं है।
राजनांदगांव में डेडिकेटेड प्रशिक्षक के. राजेश्वर राव जिनकी दिन-रात की मेहनत के कारण देश के बास्केटबॉल के नक्शे में राजनांदगांव को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। उन्हें कालवा राधा राव एवं दिव्या धारावत पूरा सहयोग करते हैं। राजनांदगांव देश का एकमात्र सेंटर है, जो नक्सल प्रभावित क्षेत्रों एवं वनांचल के रॉ-टेलेंट को खोजकर तराशने का कार्य कर रहा है। जिसके कारण राजनांदगांव बास्केटबॉल खेल में आगे है। इन खिलाडिय़ों की इस उपलब्धि के लिए उन्हें और उनके अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षकों कालवा राधा राव, कालवा राजेश्वर राव तथा दिव्या धारावत को विभिन्न खेल संघों के पदाधिकारियों एवं खिलाडिय़ों ने बधाईयां दी है।