राजनांदगांव

राजनांदगांव, 5 फरवरी। जिला भाजपा के पूर्व सोशल मीडिया प्रभारी कमल सोनी ने रविदास के जयंती पर उनके बताए मार्ग का अनुशरण करते कहा कि हमारा देश साधु-संतों और ऋषि-मुनियों की धरती है। यहां अनेक महान संतों ने जन्म लेकर भारत भूमि को धन्य किया है। इन्हीं में से एक नाम महान संत रविदास का है। संत रविदास बहुत ही सरल हृदय के थे और दुनिया का आडंबर छोडक़र हृदय की पवित्रता पर बल देते थे। हिंदू पंचांग के अनुसार माघ पूर्णिमा के दिन ही रविदास जयंती मनाई जाती है।
श्री सोनी ने कहा कि मध्यकालीन कवि, समाज सुधारक संत रविदास जी का जन्म यूपी के वाराणसी में 16 फरवरी 1398 ई. को हुआ था। वहीं कुछ जानकारों का मानना है कि उनका जन्म 1450 ई. में हुआ। हालांकि एक बात पर सभी इतिहासकार सहमत हैं कि संत रविदास जी का जन्म माघ पूर्णिमा को हुआ था। इसी कारण उनकी जयंती माघ पूर्णिमा को मनाई जाती है। उन्होंने दोहों और उपदेशों के माध्यम से जाति आधारित सामाजिक भेदभाव के खिलाफ संदेश दिया। संत रविदास परमेश्वर कबीर जी के समकालीन थे। संत रविदास ने देश में फैले ऊंच-नीच के भेदभाव और जाति-पात की बुराईयों को दूर करते भक्ति भावना से पूरे समाज को एकता के सूत्र में बांधने का काम किया था।