राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 7 फरवरी। संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से सीएफपीजीएस स्कीम के अंतर्गत आयोजित राष्ट्रीय सप्तरंग समारोह के दूसरे दिन के सांसद संतोष पांडे ने अतिथि के तौर पर कहा कि इस तरह के आयेाजनों से कलाकारों को प्रोत्साहन मिलता है। चक्रधर कत्थक कल्याण केन्द्र का यह प्रयास निश्चित ही सराहनीय है। कलाकारों को मंच देना और उनका सम्मान करने से प्रतिभाओं को प्रोत्साहन मिलता है और वे अपने देश-प्रदेश की परंपरा और संस्कृति की छंटा पूरी दुनिया में बिखेरते हैं।
संपादक सुशील कोठारी ने कहा कि आज नृत्य गुरू पद्म विभूषण पं. बिरझू महराज की 85वीं जयंती है। उनके जन्मोत्सव पर आयोजित यह कार्यक्रम निश्चय ही सराहनीय है। उन्होंने कहा कि डॉ. कृष्ण कुमार सिन्हा शास्त्रीय संगीत एवं नृत्य की स्थापना के लिए काफी प्रयास किए।
आज सांकरा में उनकी संगीत महाविद्यालय है, जो अपने भवन में संचालित हो रही है। डॉ. पदमा पारख ने भी संस्था के इस प्रयास की सराहना की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते डॉ. कृष्ण कुमार सिन्हा ने कहा कि उन्होंने जब संस्था प्रारंभ किया, तब कस्तूरबा महिला मंडल भवन में जगह दिलाने श्री कोठारी की माताजी शीला कोठारी ने उनका काफी सहयोग किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. विकास अग्रवाल और सूत्रधार तुषार सिन्हा थे।