रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 7 फरवरी। ओडिशा बार्डर से सटे हमीरपुर ग्राम पंचायत में निवासरत स्कूली छात्र रायगढ़-पॉली हमीरपुर मार्ग पर नो एंट्री का सही ढंग से पालन नही होनें के कारण जान जोखिम में डालकर स्कूल आने को मजबूर हैं। इन नवनिहाल छात्रों से लेकर बड़े छात्रों व छात्राओं को भारी वाहनों के रेलमपेल व भारी डस्ट के बीच सायकल या पैदल स्कूल आना पड़ रहा है। जिससे हर समय उनकी जान पर खतरा मंडराते रहता है। स्थानीय ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से इस मामले में जरूरी पहल करने की मांग उठाई है।
हमीरपुर ग्राम पंचायत हमीरपुर में संचालित प्राथमिक विद्यालय में 125 बच्चे, मिडिल स्कूल में 80 बच्चे, हायर सेकेण्डरी स्कूल में 280 बच्चे व आंगनवाड़ी में 20 बच्चे प्रति दिन मुख्य मार्ग से स्कूल आते हैं। खुरुषलेगा, बिजना, भगोरा, जोबरोपाली, गौर बहरी से सायकल अथवा पैदल यात्रा कर अपने समय में निकलते हैं। रास्ते में सैकड़ों कोयले से लोड ट्रेलर वाहन चालक तेज गति से इस रास्ते से आने के कारण बच्चो को जान जोखिम में डालकर कर आना पड़ता है।
यहां बार्डर से हमीरपुर पाली घाट तक धूल का बवंडर रहता है। स्कूल समय में नो एंट्री खुरूष लेगा में लगता है रोड की सफाई की जाती हैं। डस्ट की रोक थाम के लिए पानी डाला जाता है, गार्ड भी नियुक्ति किया गया है। लेकिन हमीरपुर क्षेत्र वासी खासकर स्कूली छात्र इन मूल भूत सुविधा से वंचित रह जाते हैं। जिसके कारण आए दिन ट्रेलर की चपेट मे आकर जनता मौत के मुंह में चले जाते हैं।
विगत 1 माह में 16 जनवरी को बाबा मेला के दौरान एवं 05 फरवरी को एक बाइक सवार आदमी अपने चपेट मे आकर जान गवा चुके हैं। क्षेत्रीय जन प्रतिनिधि तथा स्थानीय ग्रामीण जनता ने प्रशासन से मांग की है कि पूर्व में जिला प्रशासन रायगढ़ के द्वारा पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में हमीरपुर ओडिशा राज्य के सीमा में होने के कारण अंतरराज्य चेक पोस्ट हमीरपुर में खोला गया है लेकिन यहां पुलिस स्टाफ नियमित रूप से नही रहने से नाम का रह गया है।
पानी सिंचाई सुविधा बॉडर से हमीरपुर पाली घाट तक एवम पेट्रोल पंप से सूखा तालाब मोड़ तक रास्ता में डालने हेतु नो एंट्रीसमय सुबह 9 बजे से 10 बजे तक अपरान्ह बजे से 4 ,30 तक में भारी वाहन को बंद किया जाए। शनिवार को सुबह पाली में स्कूल संचालित होने के कारण 7 से 8 बजे व दोपहर 11,30 से 12,30 तक नो एंट्री लगाने की जरूरत है।