बस्तर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 7 फरवरी। उद्योग एवं जिला प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि जनप्रतिनिधिगण, जनता और प्रशासन के बीच संवाद की कड़ी है विकास कार्यों को सब के सहयोग से गति देना है। जिले में किए जा रहे विकास कार्यो में विशेष कर आंगनबाड़ी केन्द्र, उचित मूल्य की दुकान, नलजल मिशन, देवगुड़ी का जीर्णोद्धार और स्कूलों के जीर्णोद्धार कार्य को प्राथमिकता के साथ समय पर पूर्ण करवाएं।
उद्योग मंत्री श्री लखमा की अध्यक्षता में जिला कार्यालय के प्रेरणा सभाकक्ष में डीएमएफटी मद और जिला स्तरीय विभागीय कार्यों की समीक्षा बैठक रखी गई। बैठक में बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, संसदीय सचिव रेखचंद जैन, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप, विधायक चित्रकोट राजमन बेंजाम, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती वेदवती कश्यप, महापौर श्रीमती सफीरा साहू, इन्द्रावती विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राजीव शर्मा, नगर पालिक निगम के अध्यक्ष श्रीमती कविता साहू, छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल के सदस्य बलराम मौर्य, कलेक्टर चंदन कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र मीणा, सहित अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारीगण उपस्थित थे।
बैठक में डीएमएफटी मद के विकास कार्यो में वर्ष 2016 से 2022-23 तक के कार्यो की समीक्षा किया गया। जिसमें अपूर्ण कार्यो के लिए जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से जानकारी ली गई। प्रभारी मंत्री ने अपूर्ण कार्यो को जल्द पूर्ण करवाने के निर्देश दिए। साथ ही वर्ष 2020-21 तक के कार्यों को समय-सीमा बैठक में लगातार समीक्षा करने कहा। बैठक में अतिथियों ने पूर्ण निर्माण कार्यो की राशि तत्काल जारी करने के निर्देश दिए। बैठक में नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी योजना के तहत नरवा के विकास कार्य मनरेगा के माध्यम से करवाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बताया कि गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी के लिए जिले में लगभग 4 करोड़ रूपए का भुगतान हितग्राहियों को किया गया। प्रभारी मंत्री ने आवर्ती चराई में कम गोबर खरीदी के संबंध में चर्चा किया।
श्री लखमा ने लघु धान्य फसल के खरीदी करने की जानकारी ली। कोदो-कुटकी का समर्थन मूल्य पर खरीदी का व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए। साथ ही तेंदूपश्रा खरीदी की तैयारी और शहीद महेंद्र कर्मा तेंदूपश्रा बीमा राशि की तहत वितरण के संबंध में जानकारी ली। मंत्री ने जिले में की जा रही देवगुड़ी के विकास कार्यो की समीक्षा करते हुए देवगुड़ी को वनाधिकार मान्यता पट्टा देने में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में गायता, पुजारी, सिरहा, गुनिया, मांझी, चालकी, आठपहरिया जैसे हितग्राहियों का पंजीयन की जानकारी ली और शासन द्वारा दी जा रही सहायता राशि के संबंध में भी चर्चा किए। शहरी क्षेत्र में वन अधिकार मान्यता पत्र के वितरण का भी समीक्षा की और प्राथमिकता वाले व्यक्ति को इसका लाभ देने के निर्देश दिए। वन अधिकार के मान्यता के लिए शिविर लगाने के निर्देश दिए।
बैठक में धान खरीदी, खरीदी के लिए पैसा का हस्तांतरण, धान का उठाव के संबंध संबंध में चर्चा कर पडोसी राज्य में आने वाले धान की आवाजाही पर निगरानी रखने के निर्देश दिए। बैठक में प्रभारी मंत्री ने निर्माण विभाग के कार्यो की समीक्षा करते हुए निर्माण कार्यो, सडक़ मरम्मत कार्यों (संधारण) में गुणवत्ता का विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने पीएमजीएसवाई, लोक निर्माण विभाग, सेतु निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्ग के कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने कांगेर घाटी के सडक़ चैडीकरण के संबंध में आवश्यक गति देने के निर्देश दिए। इस संबंध बस्तर क्षेत्र के दोनों सांसद के माध्यम से भारत सरकार के वन, जलवायु एवं परिवर्तन मंत्रालय से वार्ता करने के लिए निवेदन करने कहा। बैठक में मुख्यमंत्री की घोषणा के क्रियान्वयन, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, आदिवासी विकास विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, विद्युत विभाग, जल संसाधन विभाग, समाज कल्याण विभाग के कार्यों की समीक्षा की।