धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरूद, 8 फरवरी। ग्राम भरदा में आदिवासी समाज के द्वारा दो दिवसीय ध्रुव गोंड समाज कुरूद परिक्षेत्र का वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस मौके पर अतिथियों द्वारा गोंडवाना साम्राज्य की वीरांगना रानी दुर्गावती की प्रतिमा का अनावरण किया गया।
कार्यक्रम की मुख्यातिथि जिला पंचायत सभापति तारिणी नीलम चन्द्राकर ने वीरांगना दुर्गावती की प्रतिमा का अनावरण कर समाज को संबोधित करते हुए बताया कि आदिवासी समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है, किसी जमाने में समाज के वंशज राजा महाराजा हुआ करते थे। आजादी के बाद संविधान ने समाज का संरक्षण दिया है । कांग्रेस नेत्री ने कहा कि हमें रानी दुर्गावती के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए जिन्होंने महिला होकर भी अपने स्वाभिमान और अधिकार के लिए संघर्ष किया। आपको भी अपने अधिकार की लड़ाई खुद लडऩी होगी।
आदिवासी समाज के सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए समाज प्रमुख अकबर कोर्राम ने कहा कि मनुवादी सोच वाले कुछ लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर आदिवासी समाज पर समानता के अधिकार का उलंघन करने का आरोप लगाया है। जबकि ट्रायबल समाज अपनी
रुढि़वादी परम्परा के तहत रोटी बेटी विवाह मृत्यु आदि संस्कार भिन्न है। हम पर हिन्दू विवाह एवं उतराधिकार अधिनियम लागू नहीं होता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सर्वोच्च न्यायालय के माध्यम से आरएसएस एवं बीजेपी चाहती है कि हम बेटियों को संपत्ति का अधिकार दें ताकि वे आदिवासी समाज की लड़कियों से शादी कर हमारी जमीन में कब्जा जमा सके। केन्द्र सरकार पिछले दरवाज़े से आदिवासियों को अनाथ बनाने की चाल चल रही है।
धमतरी जिलाध्यक्ष जिवराखन लाल मरई ने बताया कि आरक्षण के नाम पर भाजपा कांग्रेस आदिवासियों के साथ खेल रही है। जिसे एसी,एसटी और ओबीसी वर्ग के लोग देख समझ रहे हैं, इसका असर आगामी चुनाव में नजऱ आयेगा।
इस अवसर पर कुरूद परिक्षेत्र अध्यक्ष हरिश्चंद मंडावी, सरजू राम परते, संतोष सोरी, शिवचरण नेताम, पोखराज, शिवदयाल, श्यामलाल नेताम, बोधन सिंह, बसंत लाल, कलीराम, राधेश्याम मरकाम, मनोज मंडावी, बोधन छेदया, परदेशी मरकाम, तेजराम, विनोद, ईश्वर, जागेश्वर, शांतुराम,गोपी, सुशील ठाकुर धनश्याम, प्रेमचंद, नागेश्वर, संजू, टिकेश्वर, उमराव, ओमप्रकाश सहित आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे।