गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मैनपुर, 9 फरवरी। गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखंड में नक्सल प्रभावित छोटे गोबरा पंचायत के सरपंच एवं जिला पंचायत सदस्य लोकेश्वरी नेताम व ग्रामीणों ने बुधवार को स्थानीय थाने का शांतिपूर्वक घेराव किया। घेराव में काफी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं।
ग्रामीणों ने पुलिस पर निर्दोष ग्रामीणों को नक्सली बताकर गिरफ्तार करने का आरोप लगाया। गिरफ्तारी के विरोध में सैकड़ों ग्रामीणों ने इक_ा होकर नेशनल हाईवे 130 को जाम कर दिया।
गरियाबंद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंद्रेश ठाकुर, मैनपुर एसडीओपी अनुज कुमार गुप्ता, थाना प्रभारी सचिन कुमार ने ग्रामीणों को बहुत समझाया कि यह गिरफ्तारी मैनपुर पुलिस द्वारा नहीं किया गया है, बल्कि नगरी पुलिस द्वारा किया गया है, लेकिन ग्रामीणों ने पुलिस अफसरों की एक बात तक नहीं सुनी। नारेबाजी करते रहे।
छोटे ग़ोबरा पंचायत के ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि राकेश कश्यप ग्राम काठी पारा को जबरदस्ती घर से उठाकर पुलिस फोर्स के द्वारा बिना कोई अपराध सूचना के थाना लाया गया।
थाने में 3 दिन तक पतासाजी करते रहे। चार दिन बाद नक्सली सहयोगी बताकर फर्जी तरीके से फंसाया गया है, जबकि जिस समय राकेश कश्यप को पुलिस ने गिरफ्तार किया, उस समय उसके पास कोई भी आपत्तिजनक चीज नहीं थी न ही पुलिस के द्वारा कोई भी सामान जब्ती बनाया गया। जिसके कारण पूरे क्षेत्र के आदिवासी आक्रोशित हैं।
जिला पंचायत सदस्य लोकेश्वरी नेताम ने कहा कि पुलिस और सरकार की सोची समझी साजिश के तहत नक्सली बताकर बेकसूर आदिवासी ग्रामीणों को गिरफ्तार कर जेल में डाला जा रहा है। एसडीएम को ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपकर नेशनल हाईवे 130 पर 4 घंटे से लगा चक्काजाम को समाप्त किया।