बस्तर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 11 मार्च। स्व. बलीराम कश्यप की जयंती तीतिरगांव के गायत्री विद्यापीठ गुरुकुल में उनके छाया चित्र पर पुष्पांजलि एवं मंत्रोचार के बीच दीप प्रज्वलन कर मनाई गई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश महामंत्री व पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि बलीराम कश्यप के विद्यार्थी जीवन में उन्हें कई किलोमीटर पैदल पढ़ाई के लिए जाना पड़ता था, इस अभाव को समझते वे जब स्वयं शिक्षा मंत्री बनें तो बस्तर में स्कूलों का जाल बिछा दिया, उनका पूरा जीवन क्षेत्र के विकास के लिये समर्पित था, सामाजिक और राजनीतिक जीवन मे उन्होंने हमेशा विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता ज़ाहिर की, अपने बेबाक़ और स्पष्टवादिता के कारण उन्हें राजनीतिक जीवन में अपनी एक विशिष्ट पहचान बनायी, ईमानदारी और समय का प्रबंधन के संदर्भ में लोग उन्हें आज भी याद करते हैं। श्री कश्यप ने कहा है कि उनके आदर्शों, समाज और परिवार सबको साथ लेकर चलने की क्षमता ने हमारा मार्ग प्रशस्त किया है, उनके द्वारा स्थापित आदर्शों एवं मार्गों पर हमें चलने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष नगरनिगम संजय पांडे ने कहा कि बस्तर की राजनीति में भीष्म पितामह कहे जाने वाले बलीराम जी अपने अनुशासन, स्पष्ट एवं बेबाक़ बोल, ईमानदारी और समयबद्धता के लिए जाने जाते हैं। चार बार के सांसद और मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहते हुए उन्होंने बस्तर के विकास में अहम योगदान दिया है, इंजीनियरिंग कॉलेज,मेडिकल कालेज तथा संभाग भर में शिक्षा हब बनाने में उनके कार्यों को याद किया जाता है, कोसार टोडा बाँध बनवाकर उन्होंने एक बड़े सूखाग्रस्त क्षेत्र को पानी से सिंचित किया।
श्री पाण्डे ने कहा कि राम चरित मानस और गीता के श्लोक उनके उद्बोधन के मुख्य हिस्सा हुआ करते थे। उन्हें रामचरितमानस और गीता कंटस्थ याद थी, विपक्ष के रूप में उनके दहाड़ के कारण उन्हें बस्तर टाइगर कहा जाता है।
जयंती कार्यक्रम में छात्रों के लिए खेल सामग्री का वितरण केदार कश्यप के हाथों से किया गया ,एवं अल्पाहार एवं मिष्ठान वितरण किया गया। कार्यक्रम में आभार प्रबंधक आर एस पिल्ले ने किया।
इस कार्यक्रम में लक्ष्मण झा प्रांत प्रशिक्षण सहप्रमुख,पंकज आचार्य,प्रदेश कार्यसमिति सदस्य युवा मोर्चा ,आईटी सेल तेजपाल शर्मा जिला संयोजक आईटी सेल अभिषेक तिवारी भाजयुमो सोशल मीडिया प्रमुख विक्की साहू भाजयुमो आदित्य दीक्षित लुप्तेश्वर ठाकुर विनायक बेहरा एवं समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित थे।