बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 15 मार्च। भूपेश सरकार ने 3 साल पहले प्रदेश की जनता को 5 लाख तक मुफ्त इलाज की सुविधा देने के लिए आयुष्मान योजना की शुरुआत की थी। स्मार्ट कार्ड से विपरीत इस योजना के तहत परिवार के प्रत्येक सदस्य का यह कार्ड बनाया जाना अनिवार्य कर दिया गया है। इसी नियम में उलझे जिले के लाखों लोग अब भी इस योजना से दूर हैं। परिवार के मुखिया का आयुष्मान कार्ड बनवा कर लोगों को लग रहा है कि पूरे परिवार को योजना का लाभ मिल जाएगा। जबकि योजना के अनुसार हर सदस्य को कार्ड बनवाना जरूरी है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार ने राशन कार्ड सहित अन्य दस्तावेज लेकर अस्पताल जाने की झंझट प्राप्त करने के लिए आयुष्मान कार्ड की योजना शुरू की थी। लेकिन प्रत्येक सदस्य के कार्ड वाले नियम के चलते उलझन ऐसी है कि सिर्फ जिले में ही एक लाख से अधिक लोग योजना से दूर चल रहे हैं।
आयुष्मान कार्ड नहीं बनवाने वालों की संख्या दो लाख के करीब है। ऐसे में 31 मार्च से पहले सभी का आयुष्मान कार्ड बनने के लिए स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने अपनी पूरी टीम को एक्टिव कर दिया है चॉइस सेंटरों से कार्ड बनवाने का काम किया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार बलौदाबाजार में तय समय से पहले सभी लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए करीब 1500 सेंटरों को जिम्मा सौंपा गया है। इन चॉइस सेंटर संचालकों को हर कार्ड बनाने के लिए पांच रुपए भी दिया जा रहा है। लोगों को मुफ्त में भी कार्ड के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन इन सेंटरो के जरिए करना है। इसके बाद भी आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए लोग नहीं पहुंच रहे हैं।
कई बीमारी का इलाज
मिली जानकारी के अनुसार लोगों के लिए आयुष्मान कार्ड इसलिए भी जरूरी है। क्योंकि इस कार्ड के जरिए कई बड़ी बीमारियों का इलाज कराया जा सकता है। प्रधानमंत्री जन आयोग योजना एवं डॉ खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत क्रम से 500000 तथा 5000 का इलाज कराने की सुविधा मिलती है।