गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 16 मार्च। रसोइया संघ द्वारा 6 मार्च बजट को पेश किए गए बजट में छत्तीसगढ़ स्कूल मध्यान भोजन रसोईया के लिए मात्र 300 रुपए बढ़ोत्तरी जिसे अमान्य करते हुए सरासर अन्याय बताते हुए संयुक्त संघ के आव्हान पर अपनी तीन सूत्रीय मांग को लेकर 14 मार्च से अनिश्चित कालीन धरना पर बैठे हुए है।
जिला मुख्यालय के गांधी मैदान में स्कूल मध्यान भोजन रसोइया सयुक्त संघ के आव्हान पर तीन सूत्रीय मांग को पूरा करने की मांग को लेकर तीसरे दिन भी जारी रहा। रसोईया संघ ने कहा कि स्कूल के मध्यान्ह भोजन रसोईया कर्मचारी संघ अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर दिनांक 14/03/2023 को अनिश्चित कालीन धरना पर बैठे हुए हैं एवं शासन तक अपनी मांगों को पहुंचाने हमने कई बार आंदोलन किये और 6 मार्च के बजट का प्रतिक्षा भी किए, किन्तु हमें मात्र 300रू. का वृद्धि किया गया जो सरासर अन्याय है।
हम सभी रसोईया साथी तपती आग भरे धुंआ में अपनी रसोईया कार्य को निष्ठा पूर्वक कर रहे हैं, फिर भी शासन हमें अनदेखा किये जा रहा है। हम इतना मेहनत करते हुए भरे महंगाई में मात्र 1800रू. मानदेय और बैठे बैठे बेरोजगारी भत्ता 2500रू. और ग्राम पटेल लोगों को 3000रू. देने का घोषणा किया गया, जिससे प्रदेश के समस्त रसोईया साथी रूष्ट होकर अपनी-अपनी जिला मुख्यालय में दिनांक 14 मार्च से आंदोलन की राह पर उतर गये हैं।
वही मांग करते हुए कहा कि कलेक्टर दर पर राशि देने की मांग करते हुए तीन मांग जिसमें (1) मध्यान्ह भोजन रसोईया को कलेक्टर दर पर वेतन दिया जाए (2) मध्यान्ह भोजन रसोईया को पूर्ण कालीन किया जाए (3) मध्यान्ह भोजन रसोईया को चतुर्थश्रेणी का है।