रायपुर

दल्लीराजहरा, नांदगांव, बिलासपुर और रायपुर में बारिश
18-Mar-2023 3:40 PM
दल्लीराजहरा, नांदगांव, बिलासपुर और रायपुर में बारिश

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर,18 मार्च।
मध्य की तेज गर्मी के उलट बीते तीन दिनों से प्रदेश का मौसम एकाएक मानसूनी सा हो गया है।   बस्तर और साथ लगे आंध्र प्रदेश में ओलावृष्टि के साथ  तो मध्य छत्तीसगढ़ में भी बीती रात कवर्धा, बिलासपुर में  बारिश हुई।
शनिवार सुबह से राजनांदगांव ,धमतरी में भारी बारिश तो  अंधड, तेज गर्जन के साथ तेज बारिश हो रही है।  दल्लीराजहरा में भी बारिश हुई।  इधर राजधानी में भी सुबह धूप- छांव के बाद 12 बजे अच्छे खासे बादल छाए रहे और 23 किमी प्रति घंटे की रफ्तार लिए अंधड़, गर्जना के साथ बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग का कहना है कि शाम तक रायपुर में ओले गिरने का अनुमान है। कोंडागांव, कांकेर में शाम तक बारिश हो सकती है।

ऐसा मौसम अभी 20 तारीख तक बना रहेगा।   प्रदेश के दक्षिणी हिस्से बस्तर और मध्य छत्तीसगढ़ यानी दुर्ग, रायपुर और बिलासपुर संभाग के जिलों के मौसम में कोई बड़ा बदलाव नहीं आएगा।  विभाग का कहना है कि एक चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण  दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और एक अन्य पूर्वोत्तर राजस्थान में निचले क्षोभमंडलीय स्तरों में स्थित है । क्षोभ मण्डल के निचले स्तर में तमिलनाडु से उत्तर कोंकण तक एक ट्रफ/वायु विच्छिन्नता मौजूद है।                                                                                                             
प्रदेश में कल  अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पडऩे की संभावना है।प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज- चमक के साथ वज्रपात होने, अंधड़ चलने तथा ओलावृष्टि होने की संभावना है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में कल भी गिरावट होने की उम्मीद है।

इन जिलों के लिए जारी किया गया अलर्ट
प्रदेश के सूरजपुर, बलरामपुर, सरगुजा, जशपुर, पेंड्रारोड, कोरबा, कबीरधाम, महासमुंद, दुर्ग रायपुर, बालोद, धमतरी, कांकेर, नारायणपुर 7 कोंडागाँव तथा उसके लगे हुये जिलों में एक -दो स्थानों पर गरज चमक के साथ अंधड़ चलने, ओला वृष्टि होने तथा वज्रपात होने की संभावना।

तेज हवाओं के साथ इन जिलों में भी दिखेगा असर
प्रदेश के कोरिया, बिलासपुर, मुंगेली, जांजगीर- चांपा, बेमेतरा, बलौदाबाजार, राजनांदगाँव तथा उसके लगे हुये जिलों में एक-दो स्थानों पर चमक के साथ अंधड़ चलने तथा वज्रपात होने की संभावना है।

मौसम विभाग का अलर्ट
मेघगर्जन अथवा वज्रपात के समय समान्यत: अंधड़ चलने तथा ओला वृष्टि संभावित होता है। इसके कारण संचार साधनों तथा बिजली आपूर्ति भी बाधित होते है। मेघगर्जन के समय घर से बाहर ना निकले इससे उच्च शक्ति की बिजली के कारण मानव पशुओं, मकानो, भवनों की संरचना को नुकसान ओलावृष्टि का प्रभाव आमतौर पर स्थानीय होता है लेकिन फसलों को विशेष रूप से महत्वपूर्ण चरणों मे नुकसान और बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण नुकसान हो सकता है। हल्की ओलावृष्टि के बाद भी कीट और रोग के हमले होते हैं। बाल वाली फसल तथा चना आदि पर्क फसलों में ज्यादा नुकसान होता है। यदि फसल पक गया हो तो तुरंत काटकर सुरक्षित स्थान पर रखें। महंगे फसल को सुरक्षित रखने  नेट अथवा इसी तरह के उपपाय करें जिससे फसल पर सीधा ओला वृष्टि का प्रभाव कम से कम हो। अंधड़ से फसलों को बचाने के लिए आस पास पर्याप्त मात्रा मे ऊंचे पेड़ पंक्ति में लगाये अथवा इसी तरह के उपाय करें।

 


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