रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 18 मार्च। केलो परियोजना नहर निर्माण को लेकर विरोध प्रदर्शन के बीच नहर निर्माण का काम अटका पड़ा है तो दूसरी ओर नेतनागर सहित आसपास गांव के किसान अब भी धरना प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं जिसके कारण नहर निर्माण को लेकर पिछले सप्ताह भर से चल रहा गतिरोध थम ही नहीं रहा है। इसी बीच प्रदर्शनकारियों ने आगामी 20 मार्च को पदयात्रा का भी ऐलान कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नहर में पानी नही तो जमीन भी नही की आवाज बुलंद करते हुए नेतनागर के किसानों ने करीब सप्ताह भर पहले आंदोलन शुरू करते हुए नहर निर्माण के काम में अडंगा लगा दिया था। इसके बाद दोनों पक्षों की बैठक तो हुई मगर इस बैठक में कोई वाजिब हल नहीं निकल पाने के कारण नेतनागर के किसानों का धरना आंदोलन जारी रहा।
पिछले सप्ताह भर से चल रहे इस धरना प्रदर्शन में अब आसपास क्षेत्र के कई गांव के ग्रामीणों के साथ-साथ राजनैतिक और सामाजिक संगठनों के लोगों का भी जुड़ाव होनें लगा है, और आंदोलन बडा रूप अख्तियार कर रहा है। इसी बीच धरना प्रदर्शन कर रहे नेतनागर के किसानों ने शुक्रवार को एक अहम बैठक करते हुए आगामी 20 मार्च को धरना स्थल से कलेक्टे्रट तक पद्यात्रा करके जिलाधीश को ज्ञापन सौंपने का ऐलान किया है।
किसानों की मांग है कि जिला प्रशासन या राज्य सरकार यदि इस नहर में साल भर खेती के लिये पानी देने की घोषणा करे तो वे अपनी जमीन देने को तैयार हैं। मगर नहर में पानी नही तो वे अपने-अपने खेत भी नही देंगे। चाहे इसके लिये कितनी भी बड़ी लडाई क्यों न लडऩी पड़े। बहरहाल किसानों के इस वृहद आंदोलन के बाद नेतनागर, रेंगालपाली क्षेत्र में नहर निर्माण का कार्य खटाई में पड़ता नजर आ रहा है।