रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 मार्च। बीते दो दिनों में सूरजपुर से बीजापुर तक अधिकांश हिस्सों में हुई बेमौसम बारिश से रबी के साथ सब्जी वर्गीय फसलों को बड़ा नुक़सान हुआ है। बची फसल दो गुने से अधिक कीमत पर बिकेगी।
कृषि के जानकारों की माने तो बेमौसम बारिश और ओलावृष्ट की वजह से चना, गेहूं, दलहन, तिलहन सहित रबी की अन्य फसलों के साथ सब्जियों को नुकसान हुआ है। राजस्व विभाग की ओर से सभी जिलों से फसलों को हुए नुकसान होने की जानकारी मांगी गई है। रिपोर्ट के आधार पर किसानों को नुकसान पर क्षतिपूर्ति राशि दी जाएगी।
वहीं इस बारिश से छत्तीसगढ़ के मौसम में बदलाव आया है। राजधानी रायपुर में पारा एक झटके में छह डिग्री नीचे उतर आया है।
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक से आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और ओडिशा से झारखंड तक द्रोणिका/पवन विच्छिन्नता चल रही है, जिसमें उत्तरी छत्तीसगढ़ और आसपास औसत समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। इस वजह से आज छत्तीसगढ़ के एक–दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ वज्रपात होने तथा 30-40 किमी प्रति घण्टे की गति से तेज हवा चलने और ओला वृष्टि की अति संभावना है।वहीं कल याने 20 मार्च को प्रदेश के एक–दो स्थानों गरज-चमक के साथ वज्रपात होने की अति संभावना जताई गई।
राजधानी में शनिवार के तापमान में 10 डिग्री गिरावट के साथ अधिकतम 26.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान में 3 डिग्री के गिरावट के साथ 17.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।दुर्ग में शनिवार को अधिकतम तापमान में 7 डिग्री की गिरावट के साथ 29.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान में -7 डिग्री की गिरावट के साथ 14.2 डिग्री दर्ज किया गया. वहीं पेड्रा में भी शनिवार को 10 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ अधिकतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं न्यूनतम तापमान में 3 डिग्री की गिरावट के साथ 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।