धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 21 मार्च। सीतानदी टाइगर रिजर्व के तहत 34 गांवों में पानी, बिजली, सडक़ की सुविधा दिलाने की मांग को लेकर अभ्यारण्य संघर्ष समिति ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया।
आंदोलनकारियों को रोकने प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी थी, इसके बावजूद भी वे जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे। 5 घंटे कलेक्टोरेट में प्रदर्शन करने के बाद आश्वासन पर प्रदर्शन स्थगित किया।
अब 23 मार्च को कलेक्टर के साथ 60 गांव के प्रतिनिधि मंडल की बैठक होगी। खल्लारी, रिसगांव, करही व फरसगांव ग्राम पंचायत से 25 गांव जुड़े है। चारों पंचायत में करखा, अमझर, आमाबाहरा, गादुलबहारा, उजरावन, मादागिरी, संतबहारा, मोरीगांव, जोरातराई, मासूमखोई, चमेंदा, नयापारा, गाताबहारा, एकावारी, साल्हेभाट, आमझर, जोगीबिरदो, मुंहकोट, टोटाझरिया सहित अन्य गांव शामिल हैं।
आंदोलनकारी अपनी मांगों पर अड़े
कलेक्टर के बदले चर्चा के लिए पहुंचे सीतानदी-उदंती अभ्यारण्य के उप-निदेशक वरूण जैन, संयुक्त कलेक्टर ऋषिकेश तिवारी, एसडीएम डॉ. विभोर अग्रवाल, योगिता रायस्त, एएसपी मेघा टेंभुरकर, अरसीकन्हरर रेंजर बीके लकड़ा समेत दर्जनभर अधिकारियों की टीम वनवासियों से बातचीत कर मनाने में लगे रहे, लेकिन वे भी कलेक्टर से जवाब-तलब करने की जिद पर अड़े रहे। देर शाम 6 बजे तक वनवासी कलेक्ट्रेट में ही डटे रही।
ये हैं मांगें
अभ्यारण्य के चारों पंचायत में बिजली की व्यवस्था किया जाए। असली कन्हार-गरहाडीह जंक्शन तक और गहनासियार से चमेदा तक सडक़ बनाया जाए। अभ्यारण्य क्षेत्र में तेंदूपत्ता संग्रहण केन्द्र तत्काल चालू किया जाए। रिसगांव व खल्लारी में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चालू किया जाए। चारों पंचायत में नल जल योजना के तहत कंक्रीट टंकी बनाया जाए। पेशा कानून ग्राम सभा 5वीं अनुसूची लागू किया जाए। सीतानदी अभ्यारण्य को हटाया जाए। गांव के चौक चौराहे में हाई मास्क सोलर लाइट लगाया जाए व अन्य।