राजनांदगांव
अंडरब्रिज निर्माण स्थल पर कांग्रेसियों ने कर दिया भूमिपूजन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 22 मार्च। राजनांदगांव रेल्वे स्टेशन में सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस के ठहराव के पहले दिन हरी झंडी दिखाने और स्टेशनपारा-गौरीनगर में अंडरब्रिज निर्माण का भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान कांग्रेसियों ने उचित तरीके से न्यौता नहीं दिए जाने से खफा होकर डीआरएम के वाहन को रोक दिया। वहीं ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के लिए मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे सांसद संतोष पांडे कांग्रेसियों के विरोध को देखते मौके से आगे निकल गए।
डीआरएम की वाहन के सामने खड़े होकर कांग्रेसियों ने खुद ही भूमिपूजन कर दिया। पटरीपार के पार्षदों संग राज्य अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष हफीज खान और अन्य कांग्रेसी नेताओं ने रेल्वे प्रबंधन के बर्ताव को लेकर कड़ी नाराजगी जाहिर की। सिकंदराबाद-दरभंगा ट्रेन का स्थानीय स्टेशन में स्टापेज देने के चलते एक समारोह आयोजित कर रेल्वे प्रशासन ने विधिवत रूप से आमंत्रण कार्ड बांटे। न्यौता देने के मामले में कांग्रेसियों की पूछपरख रेल्वे प्रबंधन ने नहीं की।
इस बात पर आपत्ति व्यक्त करते कांग्रेसियों ने नागपुर से पहुंची डीआरएम श्रीमती नमिता त्रिपाठी के काफिले को रोक दिया। कांग्रेसियों ने सवाल उठाया कि स्थानीय रेल्वे स्टेशन के जीर्णोद्वार और अन्य बुनियादी सुविधाओं के लिए कई पूर्व सांसद और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने संघर्ष किया। रेल्वे प्रशासन की ओर से सिर्फ मौजूदा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को स्थानीय विधायक के नाते आमंत्रित किया गया। कांग्रेसियों ने रेल्वे प्रशासन और सांसद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस संबंध में अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष हफीज खान ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि हमारी मांग थी कि पूर्व सांसदों, विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों को कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं करना अनुचित है।
मौजूदा सांसद पांडे पर राजनीति करने का आरोप लगाते श्री खान ने कहा कि रेल्वे के हर समस्या को दूर करने में सभी का योगदान रहा है। ऐसे में इस कार्यक्रम में कांग्रेसी और गैर कांग्रेसी जनप्रतिनिधियों को न्यौता देकर सम्मान दिया जाना था। इस बीच सांसद संतोष पांडे ने भी अपने तल्ख टिप्पणी में कह दिया कि अवरोध पैदा करना कांग्रेसियों के खून में शामिल है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेसी आदतन हर बात को लेकर अड़चने खड़ी करते हैं। इस बीच कांग्रेसियों ने डीआरएम और सांसद पांडे की मौजूदगी में होने वाले भूमिपूजन कार्यक्रम स्थल में पहुंचकर नारेबाजी की और उसके बाद खुद स्टेशनपारा के पार्षदों के साथ मिलकर कांग्रेसियों ने भूमिपूजन कर दी। कुल मिलाकर समारोह में उचित सम्मान नहीं दिए जाने के कारण आज भूमिपूजन कार्यक्रम विवादों की भेंट चढ़ गया।