रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 मार्च। कांग्रेस विधायक मोहित राम ने इस सत्र में आज अपना पहला प्रश्न पूछा। स्पीकर चरणदास महंत ने कहा कि पहला प्रश्न आया है जरा जमकर पूछिएगा।
मोहित ने हाथियों से जुड़ा मुद्दा उठाते हुए बीते सालों में हाथियों द्वारा किए गए जनहानि और फसल प्रकरणों के लंबित मुआवजे की जानकारी मांगी। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में 6 लोगों की मौत हुई है हाथी और जंगली सुअर के हमले से। 6 लाख का मुआवजा कम है उसे बढ़ाकर दें।इसी तरह से हाथी मकान तोड़ देते हैं और वन विभाग वर्ग फीट में नापकर राशि देता है।इसे भी बढ़ाएं। भेंट मुलाकात में सीएम ने दो रेस्क्यू सेंटर मंज़ूर किया था। पसान,मसीनदाई,मोरगा बेल्ट में भी जरूरत है।वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि कोई भी प्रकरण भुगतान लंबित नहीं है।
मोहित राम ने सवाल किया कि कटघोरा वनमंडल के अंतर्गत 2020- 21,2021- 22, 2022- 23 में हाथियों द्वारा जनहानि, फसल हानि के कितने प्रकरणों में मुआवजा लंबित है।लंबित मुआवजा राशि का भुगतान प्रभावितों को कब तक हो जाएगा
मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि कोई भी प्रकरण भुगतान के लिए लंबित नहीं है. इस पर विधायक ने पूछा कि क्या मुआवजा राशि में बढ़ोतरी प्रस्तावित है. वन मंत्री ने बताया कि पूर्व में मुआवजा राशि को 4 से बढ़ाकर 6 लाख किया गया है, अभी ऐसा कोई नया प्रस्ताव नहीं है।मकान के संबंध में विचार करूंगा।
विधायक धर्मजीत सिंह ने सदन में अचानकमार टाइगर रिजर्व से जुड़ा मुद्दा उठाया।उन्होंने सवाल किया कि क्या मुंगेली जिले के अंतर्गत अचानकमार टाइगर रिजर्व अवस्थित है। वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि अचानकमार टाइगर रिजर्व बिलासपुर और मुंगेली जिले अंतर्गत अवस्थित है. इसके साथ विधायक ने पूछा कि क्या टाइगर रिजर्व के लिए प्रवेश द्वार खुडिय़ा में खोला जाना प्रस्तावित है. मंत्री ने बताया कि विभाग में ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है। धर्मजीत सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार की आड़ लेकर वन अधिकारी टाइगर रिजर्व में दमन कर रहे है। लोगों को रोजगार भी नहीं दे रहे। खुडिय़ा में गेट खोल देने से दिक्कत क्या है। यह इलाका बफर जोन में भी नहीं आता। कायदा-कानून की आड़ लेकर मत बचिए। सिंह ने कहा कि खुडिय़ा नहीं तो जमुनाई,सलगी, कंचनपुर,जकड़बांधा में गेट खोल सकते हैं।इस पर मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि मैं इसका परीक्षण करवा लूंगा।