बस्तर
जगदलपुर, 22 मार्च। सिंधी समाज प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी वरूणावतर स्वामी झूलेेेलाल के प्राकट्य दिवस पर चेट्रीचण्ड्र पर्व की तैयारियों में लगा हुआ था, तब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा सिंधी समाज की वर्षों पुरानी मांग को देखते हुए इस पर्व पर नगर निगम और नगर पालिका क्षेत्रों में सामान्य अवकाश की घोषणा की गई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की इस घोषणा से जगदलपुर में भी सिंधी समाज का उत्साह दुगुना हो गया।
चांदनी चौक स्थित समाज के गुरुद्वारे में चेट्रीचण्ड्र पर्व की तैयारियां उत्साह के साथ चल रही हैं। सिंधी समाज के सचिव मनीष मूलचंदानी ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सिंधी समाज के इस उत्सव को शासकीय अवकाश के रूप में घोषणा काफी सराहनीय है। उन्होंने कहा कि समाज के लिए ये गौरव की बात है कि चेट्रीचण्ड्र उत्सव के पूर्व ही शासकीय अवकाश के रूप में घोषणा की गई। उन्होंने सिंधी समाज की तरफ से आभार व्यक्त किया।
चेट्रीचण्ड्र सिंधी समुदाय का सबसे बड़ा त्यौहार होता है। चैत्र मास को सिंधी में चेट कहते हैं और चांद को चण्ड्र। इसलिए चेटीचंड्र का अर्थ हुआ चैत्र का चांद। इसे ही चेट्रीचण्ड्र के नाम से जाना जाता है। ऐसी भी मान्यता है कि इन दिनों वरुण देव भगवान झूलेलाल का अवतरण करके अपने भक्तों के सभी कष्टों को दूर करते हैं।
श्री मूलचंदानी ने कहा कि समाज के सबसे बड़े पर्व पर सामान्य अवकाश की घोषणा से उत्साह में वृद्धि हुई है। सामान्य अवकाश होने पर समाज के सभी सदस्य इस महत्वपूर्ण पर्व पर एकत्रित होकर भगवान झूलेलाल की उपासना कर सकेंगे।