धमतरी

छत्तीसगढ़ संवाददाता
धमतरी, 25 मार्च। जिले में स्वास्थ्य विभाग ने विश्व क्षय दिवस मनाया। क्षय उन्मूलन में बेहतर काम करने पर धमतरी की पहचान राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग ने अभियान चलाकर 1473 नए मरीज ढूंढे। ऐसे चिन्हांकित मरीजों के उपचार की दर 85.5त्न है। इस उपलब्धि पर धमतरी को कांस्य पद से सम्मानित किया है। सीएमएचओ डॉ. एसके मंडल ने बताया कि 24 मार्च को विश्व टीबी उन्मूलन दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों में टीबी (क्षय रोग) को लेकर जागरूकता लाना और इससे जुड़ी भ्रांतियों को दूर कर समय पर उपचार कराना है। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसकी शपथ दिलाई गई। साथ ही रैली निकालकर जिले को टीबी मुक्त बनाने यथासंभव योगदान देने का संकल्प लिया गया।
हर माह खाते में आता है 500 रूपए
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 3 सप्ताह से अधिक लगातार खांसी आना, साथ ही बलगम आना, शाम-रात में बुखार आना, भूख कम लगना टीबी के सामान्य लक्षण है। इसके निदान के लिए समय पर जांच एवं उपचार करना जरूरी है, जिससे मरीज स्वस्थ हो जाता है। शासकीय अस्पतालों में इसकी जांच, इलाज एवं औषधि निशुल्क है। डॉट्स पद्धति से टीबी के मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो जाते हैं। इसके अलावा नि-क्षय पोषण योजना अंतर्गत शासन द्वारा मरीजों को टीबी के इलाज की पूरी अवधि के लिए पोषण सहायता के रूप में हर महीने 500 रूपए उनके खाते में डीबीटी के माध्यम से अंतरित किए जाते हैं।
टीबी के मरीजों में आई जिले में 20त्न की कमी
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में वाराणसी में वर्ल्ड टीबी समिट आयोजित हुआ। जिसमें गरियाबंद जिले को रजत पदक तथा धमतरी सहित बस्तर और बलौदाबाजार-भाटापारा जिले को कांस्य पदक दिया। समिट में पिछले 7 वर्षों में टीबी के संक्रमण दर में 40त्न तक की कमी लाने वाले जिलों को रजत पदक और 20त्न तक की कमी लाने वाले जिलों को कांस्य पदक दिया है।
7 सालों के रिकॉर्ड का हुआ विश्लेषण
सब-नेशनल सर्टिफिकेशन के दौरान नामांकित जिलों के चिन्हांकित गांवों में सर्वे, स्पुटम कलेक्शन और जांच के साथ बीते 7 वर्षों के रिकॉर्ड का विश्लेषण एवं मूल्यांकन किया गया। स्वतंत्र बाह्य मूल्यांकन की इस प्रक्रिया में नामांकित जिलों में 2015 की स्थिति से वर्तमान में मरीजों के संक्रमण दर में कितनी कमी आई, इसका मूल्यांकन कर उपलब्धियों के आधार पर धमतरी जिले को कांस्य पदक (ब्रॉन्ज मेडल) मिला।