धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 25 मार्च। लोकसभा में 24 मार्च को छत्तीसगढ़ के महासमुंद लोकसभा क्षेत्र के सांसद चुन्नीलाल साहू ने प्रदेश के धमतरी जिले के नगरी विकासखंड के 34-35 गाँवों के लगभग 12000 लोगों के आजादी के 75 वर्ष के बाद भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित रहते हुए जीवन यापन करने का मामला नियम 377 के अधीन, विभाजन सं या 331 के अंतर्गत सदन में उठाया।
श्री साहू ने केंद्रीय वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री के समक्ष इस आशय की मांग करते हुए लिखा कि आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी राज्य के नगरी विकासखंड के 34-35 गाँवों के लगभग 12 हजार लोग जिसमें 90 फीसदी आदिवासी समाज से आते हैं, वे आज भी सडक़, बिजली, पानी एवं दूरसंचार जैसी सुविधाओं से वंचित हैं। यहाँ उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व क्षेत्र होने के कारण जिला मु यालय से पक्की सडक़ से सीधे संपर्क न होने के कारण उक्त सभी सुख सुविधाओं से यह क्षेत्र वंचित है। जबकि आजादी के पूर्व अंग्रेजी शासन काल में रेलवे के स्लीपर के परिवहन के लिये उक्त क्षेत्र में रेल लाइन बिछाई गयी थी।
उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि गत वर्ष शासन द्वारा बिजली सुविधा देने की स्वीकृति मिली थी और टेंडर भी हो गये थे, परंतु टाइगर रिजर्व क्षेत्र होने के कारण निर्माण कार्य की विभागीय अनुमति प्रदान नहीं की गयी। उक्त क्षेत्र केवल नाम का टाइगर रिजर्व क्षेत्र बन के रह गया है जबकि टाइगर वर्तमान मे देखने को भी नही मिलता। इस सुदूर क्षेत्र के निवासियों को सुविधाओं के अभाव में अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें मूलभूत सुविधाएं मिले इसके लिये शीघ्रतिशीघ्र पहल कराये जाने की अति आवश्यकता है।
उन्होंने वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री से अनुरोध किया है कि क्षेत्र के निवासियों को बुनियादी सुविधाएं जैसे बिजली, पानी, सडक़ एवं दूरसंचार को संज्ञान में लेते हुए विभागीय अनुमति प्रदान करें ताकि सुविधाओं से वंचित लोगों को उनके मौलिक अधिकार का लाभ मिल सके।
गौरतलब है कि विगत दिनों हजारों की सं या में नगरी विकासखंड के उन 35-40 गाँवों के निवासी हजारों की सं या में 30-35 किमी पैदल मार्च करते हुए 5 घंटे से अधिक समय तक कलेक्ट्रेट का घेराव किया था। ऐसे में सांसद द्वारा संसद में उठाई गई यह त्वरित मांग निश्चित रूप से उनकी संवेदनशीलता का परिचय है। क्षेत्रवासियों द्वारा सांसद के इस महत्वपूर्ण प्रयासों के लिये उन्हें साधुवाद दिया जा रहा है।