सरगुजा

डूबते सूर्य को पहला अघ्र्य आज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 27 मार्च। शनिवार से नहाय खाय के साथ चैती छठ के पर्व की शुरुआत हो गई है। रविवार को छठ व्रतियों ने घुनघुट्टा नदी एवं शंकर घाट में घाट बंधान पश्चात खरना तिथि पर पूरी शुद्धता के साथ छठ माता का प्रसाद तैयार किया और प्रसाद ग्रहण करके 36 घंटे का व्रत शुरू किया।
चैती छठ नवरात्रि के छठवें दिन मनाया जाता और इस दिन देवी कात्यायनी की पूजा की जाती है, जबकि नहाय खाय के दिन देवी कुष्मांडा, खरना के दिन स्कंदमाता की पूजा की गई। छठ व्रत को सबसे कठिन व्रत माना जाता है और मान्यता है कि नियमों का पालन करते हुए जो भक्त छठ माता की पूजा करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं माता पूरी करती हैं।
खरना के दिन छठ माता की पूजा के लिए प्रसाद बनाने की परंपरा है और इस पूरे दिन महिलाएं उपवास रखती हैं और शाम के समय गुड़ चावल की खीर और रोटी बनाकर खरना करेंगे। खरना का प्रसाद मिट्टी के चूल्हे पर तैयार किया जाता है। इस प्रसाद को व्रती महिलाएं सबसे पहले ग्रहण करती हैं और उसके बाद प्रसाद को परिजनों में बांट दिया जाता है।
सोमवार 27 मार्च को छठी व्रती अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अघ्र्य देंगी। मंगलवार 28 मार्च को उदयीमान भगवान भास्कर को अघ्र्य देंगी। इसी के साथ चार दिन का छठ पर्व समापन हो जाएगा।
घुनघुट्टा श्याम सेवा समिति करजी-सोहगा इस वर्ष पहली बार चैत छठ पर्व के लिये घुनघुट्टा नदी के तट पर श्रद्धालुओं को सुविधायें उपलब्ध कराने में जुट गया है। समिति पहली बार चैत छठ पर्व के लिये विशेष तैयारी कर रहा हैं।
समिति के अध्यक्ष रामकुमार गुप्ता ने बताया कि सुविधाओं के अभाव में प्राय: चैत छठ व्रतियों द्वारा घर में मनाया जाता है, किंतु इस बार समिति के सदस्यों ने विगत 10 दिनो के मेहनत से घुनघुट्टा नदी के तट की साफ सफाई कर इसे छठ के लिये तैयार किया है। रविवार को घाट बांधने के दिन घुनघुट्टा नदी के तट पर करीब 50 छठ परवतियों ने घाट बांध कर तट पर छट पूजन को प्रारंभ किया है। इनमें जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश गुप्ता के परिवार के सदस्य भी शामिल हैं।
घुनघुट्टा के तट पर चैत छठ की तैयारियों के सिलसिले में घुनघुट्टा श्याम सेवा समिति करजी-सोहगा के अध्यक्ष रामकुमार गुप्ता, जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश गुप्ता के साथ ही समिति के सदस्य उत्तम राजवाडे, नारद गुप्ता, प्रेम कुशवाहा, शशि पाण्डेय, राकेश सोनी, गीता प्रसाद, प्रकाश सोनी, निलेश कश्यप आदि सक्रिय रहे।