महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 28 मार्च। जिला खनिज कार्यालय महासमुंद ने वित्तीय वर्ष 2022-2023 के लिए मिला लक्ष्य 8.60 करोड़ रुपए वित्तीय वर्ष की समाप्ति के सप्ताह भर पूर्व ही प्राप्त कर लिया है। इस लक्ष्य के विरूद्ध खनिज अमले ने 8.66 करोड़ का राजस्व जुटाकर शासन के खजाने में जमा किया है।
प्रभारी जिला खनिज अधिकारी एचडी भारद्वाज ने बताया कि वर्ष 2022-2023 के लिए 8.60 करोड़ का लक्ष्य मिला था। इसके मुकाबले खनिज अमले ने 8.66 करोड़ का राजस्व जुटाकर लक्ष्य 2 दिन पहले ही प्राप्त कर लिया है। जबकि गत वर्ष 9.60 करोड़ का लक्ष्य मिला था। और इसके मुकाबले 6.83 करोड़ रुपए यानी लक्ष्य का 71 प्रतिशत राजस्व ही मिल पाया था।
उन्होंने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष के अंतिम दिनों में करीब 50 लाख रुपए राजस्व और आने की संभावना है। अर्थात कुल राजस्व की प्राप्ति 9 करोड़ से अधिक जाने की उम्मीद है। गौण खनिज यथा फर्शी पत्थर, गिट्टी पत्थर, चर्टज पत्थर आदि का अवैध परिवहन और अवैध उत्खनन से राजस्व की प्राप्ति होती है। इस दफे 32.50 लाख रुपए अवैध उत्खनन और अवैध परिवहन पर हुए जुर्माने से मिले हैं।
शेष राशि फर्शी पत्थर खदान, रेत खदान, र्इंट, गिट्टी आदि की रायल्टी से मिली है। वहीं 1.09 करोड़ रुपए तो सिर्फ 5 रेत खदानों की नीलामी से ही इस बार मिले हैं। उन्होंने बताया कि रेत खदानों की नीलामी करने वाला महासमुंद छग का तीसरा जिला है। अभी तक रायपुर व बिलासपुर में ही रेत खदानों की नीलामी हो सकी है। श्री भारद्वाज ने बताया कि जिले में 5 रेत खदानों की नीलामी हो चुकी है। जबकि 3 चल रही है और निकट भविष्य में 8 नई रेत खदानों की नीलामी की जाएगी।