महासमुन्द

कहा-जिले के कलेक्टर यदि बात नहीं सुनते हैं तो सीधे राजधानी जाकर मांग करेंगे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 मार्च। शासन के आदेश के बाद भी नौकरी में सीधी भर्ती नहीं किए जाने से नाराज कमार और भुजिया समाज के युवा मार्च से पटवारी कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन धरने पर हैं। इनमें 13 सामाजिक जन भूख हड़ताल पर हैं। जिनकी तबीयत लगातार खराब हो रही है।
आंदोलन को समर्थन दे रहे पूर्व विधायक डॉ.विमल चोपड़ा सहित कमार समाज के जिलाध्यक्ष मोतीराम कमार, भुजिया समाज के जिलाध्यक्ष कौशल नेताम ने कल प्रेसवार्ता कर प्रेस क्लब में पत्रकारों को बताया कि 27 जून 2022 को बिलासपुर, मुंगेली, राजनांदगांव, महासमुंद, कोरिया, कबीरधाम, कोरबा, सरगुजा, जशपुर, बलरामपुर, रायगढ़, गरियाबंद, धमतरी, नारायणपुर, सूरजपुर और बलौदाबाजार क्षेत्र की विशेष पिछड़ी जनजातियों के शिक्षित युवाओं की सीधी भर्ती का निर्णय लिया गया था। इसमें निर्देश था कि विशेष पिछड़ी जनजाति के सभी शिक्षित पात्र युवाओं का सर्वे कराकर उनकी पात्रता के अनुसार नियुक्ति की कार्रवाई की जाए। इन जिलों के तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पदों पर सीधी भर्ती करने की स्वीकृति प्रदान की जाए।
इन्होंने बताया कि यह आदेश छत्तीसगढ़ सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव ने जून 22 को जारी किया था। इस आदेश के तहत कवर्धा सहित अन्य जिलों में कार्रवाई की गई और नियुक्ति दी गई है। लेकिन महासमुंद जिले में आदेश पालन नहीं किया जा रहा है। जिससे नाराज होकर वे अनिश्चितकालीन आंदोलन तथा भूख हड़ताल कर रहे हैं। हमें हफ्ते दिन गुजर जाने के बाद भी शासन-प्रशासन की ओर कोई मिलने नहीं आया है। हड़ताली कमार भुंजिया समाज का कहना है कि सीधी भर्ती के तहत शासकीय सेवाओं में नियुक्ति प्रमाण पत्र देने का आदेश जारी हुआ है। इस आदेश का परिपालन यहां के कलेक्टर नहीं कर रहे हैं। हमारे साथ बातचीत का उनका रवैया भी बहुत खराब है। हमारी बात यदि अब भी कलेक्टर नहीं सुनते हैैं तो हम सीधे राजधानी जाकर अपनी मांगें रखेंगे।