दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उतई, 30 मार्च। दुर्ग ग्रामीण विधानसभा के ग्राम पंचायत पुरई निवासी 15 वर्षीय चंद्रकला ओझा गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करने के लिए गांव के ही तालाब में लगातार 8 घंटे तैरेगी।
दुर्ग जिला से उतई मार्ग पर लगभग 10 किलोमीटर दूर एक छोटा सा गांव पुरई जिसे लोग खेल गांव पुरई के नाम से जानते हैं। इस गांव के बच्चे विभिन्न खेलों में अपना परचम लहरा चुका है। इसी छोटे से गांव की गरीब परिवार की बच्ची चंद्रकला ओझा एक नया कीर्तिमान रचने जा रही है। देश के लिए गोल्ड मेडल जितने का सपना लिए गरीब परिवार की बच्ची चंद्रकला ओझा गरीबी के अभाव में गांव के ही डोंगिया तालाब में रोजाना घंटों मेहनत करती है। जो 9 अप्रैल दिन रविवार को सुबह 5 से 1 तक लगातार 8 घंटे तैरकर गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराने तालाब में उतरेगी जिसकी तैयारी की जा रही है।
गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में अपना नाम शामिल करने के लिए चंद्रकला पूरी तरह से तैयार है। इसके लिए उन्होंने जी तोड़ मेहनत की है, 8 घंटे लगातार तैरने के लिए वे पिछले छह महीनों से प्रतिदिन 5 से 10 घंटे लगातर अभ्यास कर रही है।
ओम ओझा कोच फ्लोटिंग विंग्स स्विमिंग एकेडमी पुरई
चंद्रकला एक होनहार एवं मेहनती बच्ची है। वह देश के लिए तैराकी में गोल्ड मेडल जीतने का सपना लिए गांव के ही तालाब में लगातार घंटों मेहनत करती है उसकी इस मेहनत को देखकर मुझे पूरा विश्वास है कि चंद्रकला गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में अपना नाम अवश्य दर्ज करा लेगी, जिसके लिए मैं उसे अग्रिम शुभकामनाएं एवं बधाई देता हूं।
वरिष्ठ समाजसेवी एवं संरक्षक फ्लोटिंग विंग्स एकेडमी पुरई के हर्ष साहू ने बताया कि पुरई खेल गांव के नाम से प्रसिद्ध है। वहां के बच्चे अनेकों खेलों में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं उसी खिलाडिय़ों में से एक है। चंद्रकला ओझा जो बहुत ही मेहनत एवं होनहार लडक़ी है, चंद्रकला की मेहनत को देखकर मुझे पूरा विश्वास है कि गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में अपना नाम अवश्य दर्ज करा लेगी।