बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 31 मार्च। स्वच्छ जल भारत मिशन व मेक इन इंडिया योजना के तहत 5 वर्ष पूर्व नगर में करीब 48 लाख की लागत से नगर पालिका द्वारा दो स्थानों पर स्थापित राइट वाटर एटीएम शुरू से ही निगरानी के अभाव और ठेकेदार फर्म द्वारा बरती जा रही लापरवाही के कारण अनुपयोगी होकर सिर्फ नगर की शोभा बढ़ा रही है।
नगर के मुख्य मार्ग पर आला अधिकारियों की प्रतिदिन आवाजाही लगी रहने के बावजूद नया बस स्टैंड के समीप तथा जनपद कार्यालय के सामने बंद पड़े वाटर एटीएम की ओर ध्यान नहीं देने से लोग इस महत्वकांक्षी योजना के लाभ से वंचित हैं।
सूत्रों का कहना है कि वाटर एटीएम की देखरेख की जिम्मेदारी नगरपलिका को सौंपी गई है। लेकिन बंद पड़े वाटर एटीएम की शिकायत करने पर नगर पालिका द्वारा वाटर एटीएम का संचालन करने वाली फर्म के खिलाफ नियम शर्तों का उल्लंघन करने पर कठोर कार्रवाई करने की वजह सिर्फ सुधारने का दबाव बनाकर शिकायत दूर हो जाना माना लिया जाता है।
बताया गया है कि नगरी प्रशासन विभाग द्वारा राइट वाटर सलूशन प्राइवेट लिमिटेड राइट वाटर हाउस अंबाझरी नागपुर को प्रदेश स्तर पर सभी नगरीय निकायों के लिए ठेकेदार नियुक्त किया गया है। लोगों को स्वच्छ मिनरल वाटर उपलब्ध कराने के लिए हिस फर्म द्वारा एटीएम में 1 का सिक्का डालने पर 5 लीटर मिनरल वाटर मिलने के लिए वाटर एटीएम के सामने दो टूटियां लगाई गई हैं। लेकिन 1 वर्ष के भीतर ही वाटर एटीएम लगातार बंद रहने से लोग परेशान होकर इसे छलावा करार दे रहे हैं। अनुबंध शर्तों के मुताबिक ठेकेदार फर्म द्वारा वाटर एटीएम हाउस का निर्माण करने के उपरांत प्रत्येक वाटर एटीएम हाउस में एक व्यक्ति की नियुक्ति शामिल है। लेकिन किसी भी वाटर एटीएम में कर्मचारी नियुक्ति नहीं किया गया है। इस तरह ग्रीष्म काल में शीतल पेयजल की व्यवस्था नहीं है।
पार्षद रोहित साहू खुद 28 मार्च को बस स्टैंड के समीप वाले वाटर एटीएम पहुंचकर बंद वाटर एटीएम की बदहाली का जायजा लिया। उन्होंने मशीन में दर्शाए गए निर्देश के अनुरूप तीन बार एक एक रुपए डालकर टूटी से पानी निकालने का इंतजार किया।
लेकिन हर बार उन्हें निराशा होना पड़ा। इस घटना से यह जाहिर होता है कि उक्त लगाई गई मशीन लोगों को राहत पहुंचाने के बजाय रुपए अंदर कर थकने का कार्य कर रही है। गौरतलब है कि उक्त घटना के पूर्व शिकायत करने के बाद नपा अध्यक्ष चितावर जायसवाल एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी यमन देवांगन की पहल पर 22 फरवरी को फार्म की ओर से मशीन को ठीक कर चालू किया गया था लेकिन 1 सप्ताह के बाद से ही मशीन में लगी टूटी से पानी निकलना बंद हो चुका है।