राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 31 मार्च। डोंगरगढ़ में गढक़लेवा माँ बम्लेश्वरी पूजा स्पेशल में स्वादिष्ट छत्तीसगढ़ी व्यंजनों की श्रृंखला उपलब्ध रहेगी। कलेक्टर डोमन सिंह गढक़लेवा ट्रायल के लिए पहुंचे।
उन्होंने यहां बनी खिचड़ी और व्यंजन माँ बम्लेश्वरी मंदिर में भोग चढ़ाया। नवरात्रि पर्व के अवसर पर उन्होंंने गढक़लेवा में कन्या भोज में बालिकाओं को स्वयं खीर परोसा। कलेक्टर की परिकल्पना के अनुसार गढक़लेवा छत्तीसगढ़ के ग्रामीण परिवेश की थीम में आकर्षक साज-सज्जा की गई है।
कलेक्टर ने स्वसहायता समूह की महिलाओं को गढक़लेवा के अच्छी तरह से संचालन के लिए शुभकामनाएं दीं। उत्साह एवं खुशी के माहौल में सभी ने प्रसाद ग्रहण किया।
ज्ञातव्य है कि प्रतिदिन गढक़लेवा में माता रानी को भोग लगाएंगे। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री अमित कुमार एवं एसडीएम डोंगरगढ़ श्री गिरीश रामटेके उपस्थित रहे। 22 लाख रूपए की लागत से निर्मित गढक़लेवा के रूप में शहरवासियों को छत्तीसगढ़ी व्यंजन के लिए एक अच्छा स्थान मिला है। आदिवासी संस्कृति की झलक लिए हुए सेल्फी स्टैंड में बच्चों एवं बड़ों ने सेल्फी ली।
ग्रामीण परिवेश को संजोए गढक़लेवा परिसर नांगर, बैलगाड़ी, जांता एवं अन्य परंपरागत कृषि उपकरणों से सुसज्जित है। पर्री से बने मशरूम से शोभा बढ़ी है। छत्तीसगढ़ी पारंपरिक व्यंजन देहरौरी, ठेठरी, खुरमी, फरा, चीला, अइरसा, चौसेला, पुड़ी-सब्जी, खिचड़ी, गुलगुला भजिया, गुजिया, सोहारी, खीर जैसे पकवान एवं व्यंजन नागरिकों के लिए उपलब्ध रहेंगे। दीवारों पर इन स्वादिष्ट व्यंजन को बनाने की विधि एवं उनसे जुड़ी मान्यताएं एवं रीति-रिवाज की जानकारी भी दी गई है।
उल्लेखनीय है कि भूमिका संकुल संगठन बिहान द्वारा छत्तीसगढ़ी पारंपरिक व्यंजन यहां बनाए जा रहे हंै। समूह की अध्यक्ष अन्नू बाई विश्वकर्मा ने बताया कि बिहान के माध्यम से लिए गए ऋण 3 करोड़ 8 लाख 40 हजार रूपए की राशि के ब्याज की राशि से गढक़लेवा का संचालन किया जा रहा है। यहां कार्य करते हुए बहुत खुशी हो रही है और यह एक अच्छी शुरूआत है।
कोषाध्यक्ष रामकुमारी बंजारे ने बताया कि 44 गांव के कलस्टर मिलकर फेडरेशन है। जिसमें 627 समूह मिलकर गढक़लेवा को चलाएंगे। इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग गुरप्रीत कौर, रीना ठाकुर, तहसीलदार राजू पटेल, जनपद सीईओ दिव्या ठाकुर, नेहा सहारे सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।