बस्तर

अब अस्पताल में उपचार
2 से 3 सप्ताह पहले काटा था ग्रामीण के चेहरे को
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 23 मई। दंतेवाड़ा जिले के गीदम थाना क्षेत्र के ग्राम कटुलनार में रहने वाले एक ग्रामीण को 2 से 3 सप्ताह पहले एक पागल कुत्ते ने काट लिया। परिजनों ने उसे स्वास्थ्य केंद्र में इलाज न कराते हुए बैगा गुनिया के पास झाड़ फूंक कर कराते रहे, जब ग्रामीण के शरीर में कुत्ते का जहर पूरी तरह से फैल गया, तब उसे उपचार के लिए मेकाज में भर्ती किया गया है।
परिजनों ने बताया कि उसके पिता बालू (50 वर्ष) खेती-किसानी का काम करते हैं, 2 से 3 सप्ताह पहले पैदल घर से एक किमी दूर अपने रिश्तेदार मोती के घर काम से जा रहे थे, तभी रास्ते में एक पागल कुत्ते ने उसके ऊपर हमला करते हुए उसके चेहरे में काट लिया।
कुत्ते के हमले के बाद मोती के परिजनों ने उसे बचाते हुए पहले अस्पताल न ले जाकर उसे गांव के ही एक बैगा के पास झाड़-फूंक के लिए ले गए। इस दौरान कुत्ते का जहर ग्रामीण के शरीर में धीरे-धीरे फैलने लगा।
ग्रामीण के शरीर में जब कुत्ते का जहर पूरी तरह से फैल गया तो बैगा ने उसे अस्पताल ले जाने की सलाह दी। जिसके बाद परिजनों ने उसे गीदम के स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां उसकी हालत को देखते हुए उसे दंतेवाड़ा अस्पताल भेज दिया गया, वहां भी डॉक्टरों ने उसे देखने के बाद मेकाज रेफर कर दिया, शनिवार को ग्रामीण को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
वहीं मरीज को देखने के बाद डॉक्टरों का कहना था कि अब ग्रामीण की हालत काफी खराब हो गई है, जिसका कारण है कि कुत्ते के काटने के बाद ग्रामीण को अस्पताल में नहीं लाया गया, जिससे उसे इंजेक्शन नहीं लग पाया, इसके अलावा परिजनों ने उसे घर में ही रखा हुआ था, जिसके कारण अब कुत्ते का जहर ग्रामीण के मुंह से निकलने वाले लार में भी देखा जा रहा है, अगर घर का कोई भी व्यक्ति अगर उस ग्रामीण का खाना या फिर उसके संपर्क में रहेगा तो उसे भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है,
ज्ञात हो कि किसी भी व्यक्ति को कुत्ते ने काट लिया है तो उसके लिए जरूरी है कि वह जानवर के काटे जाने के 72 घंटे के अंतराल में एंटी रेबीज वैक्सीन का इंजेक्शन अवश्य ही लगवा लेना चाहिए।