राजनांदगांव

राजनांदगांव, 25 मई। वनांचल जिला के चौकी ब्लॉक में छछानपाहरी पहुंचे जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष नवाज खान ने किसान चौपाल को संबोधित करते कहा कि प्रदेश में आज किसानों की क्या स्थित है, यह किसी से छुपी हुई नहीं है, जहां अन्य प्रदेश के किसान परेशान है, छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार की किसान हितैषी योजनाओं के कारण किसान सबसे मजबूत वर्ग बन गया है। किसानों को न्याय दिलाने लगातार सरकार काम कर रहीं है। मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में किसान से जुड़े काम होते है। जिसका सीधा लाभ भी अन्नदाताओं को मिल रहा है।
नवाज ने कहा कि किसान वर्ग ऐसा है। जिससे पूरा राज्य जुड़ा हुआ होता है। यही कारण है कि सरकार ने भी प्रदेश की अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए किसानों की जेब में सीधे पैसा डालने की शुरूआत की। अब किसान आर्थिक रूप से इतना मजबूत हो गया है कि खेती से पहले बाजार से कर्ज लेने की जरुरत नहीं पड़ती। इसके बाद नवाज ने किसानों को गन्ने की खेती के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने गन्ने से जुड़े फायदे और खेती के तरीके के बारें में विस्तार से चर्चा की। इस दौरान उनके साथ पूर्व विधायक भोलाराम साहू, विघा ताम्रकर, रमेश खंडेलवाल, गोवर्धन देशमुख, चुम्मन साहू, नरेश शुक्ला, तरुण सिन्हा, साधन सिंह, रफिक खान, रितेश मेश्राम, गोपाल शर्मा, बेनीप्रसाद साहू, गोविंदराम, संतोष भारद्वाज, अशोक वर्मा, पुष्पा मंडावी सहित अन्य उपस्थित रहे।
किसानों को गमछा किया भेंट
अंबागढ़ चौकी के छछानपाहरी में आयोजित किसान चौपाल में शामिल होने आए किसानों का नवाज ने भी स्वागत किया। इस दौरान गर्मी के मौसम को देखते हुए जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष द्वारा किसानों को गमछा भेंट किया गया। पूरी चौपाल के दौरान किसानों ने गमछे को अपने सिर पर बांधे रखा। करीबन डेढ़ हजार लोग इस चौपाल में शामिल होने के लिए पहुंचे हुए थे।
एक साथ बैठकर किया भोजन
किसान चौपाल में शामिल होने आए पुरुष व महिला किसानों के लिए भोज का भी आयोजन किया गया था। नवाज ने इस भोज में पहले किसानों को भोजन परोसा फिर उसके बाद उनके साथ भोजन भी किया। इस दौरान मोहला-मानपुर विधायक इंद्रशाह मंडावी भी मौजूद रहे। खास बात यह रही कि हजारों की संख्या में किसानों ने एक साथ पंगत में बैठकर भोजन किया। किसानों ने आयोजन के बाद नवाज का धन्यवाद भी किया।
सरकार के कामों से खुश
चौपाल के बाद नवाज ने व्यक्तिगत रूप से भी किसानों से उनकी समास्याओं के बारे में चर्चा की। इस दौरान किसानों ने अपनी दिक्कतों के बारे में उनको बताया। इसके बाद सरकार के काम को लेकर अपना मत भी दिया। किसानों ने कहा कि 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी के निर्णय का सीधा असर हर किसान पर पड़ेगा। किसानों की आमदनी बढऩे के साथ ही अब उन्हें खुले बाजार में अपने धान को बेचने की मजबूरी नहीं रहेगी।