बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदा बाजार, 25 मई। जिला मुख्यालय से 9 किलोमीटर दूर स्थित आदिवासी बाहुल्य गांव में ग्रामीणों के निस्तारित तालाब का पानी पीने विवश होने संबंधित खबर ‘छत्तीसगढ़’ द्वारा गुरुवार के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इस पर त्वरित पहल करते हुए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कर्मचारियों द्वारा 5 से 6 घंटे की अथक मेहनत पश्चात गांव के बंद पड़े बोर चालू करने के अलावा और हेड टैंक में पानी आपूर्ति करने वाली फूटी पाइप लाइन की मरम्मत कराई गई। जिससे आदिवासी परिवारों के चेहरे खिल उठे।
गौरतलब है कि ग्राम केशडबरी ग्राम पंचायत झोंक का आश्रित ग्राम है, जहां 40-50 घरों में लगभग 250 आदिवासी परिवार निवासरत हंै। गांव में लगे बोर करीब 4 छह माह से खराब पड़े हुए थे, वहीं ओवरहेड टैंक में पानी आपूर्ति करने वाली पाइप लाइन के फूटे होने पर सौर ऊर्जा से संचालित पंप के भूजल स्तर के गिर जाने की वजह से सुचारू रूप से काम नहीं करने के चलते ग्रामीणों को ग्राम मोहतरा खार से पानी लाने विवश होना पड़ा था।
वहीं साधन नहीं गरीब आदिवासी परिवार लगभग सूख चुके निस्तारित तालाब के पानी का उपयोग पीने व भोजन पकाने के लिए कर रहे थे।
इसकी जानकारी ‘छत्तीसगढ़’ द्वारा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के एसडीओ आर के ध्रुव को बुधवार को दिए जाने के पश्चात उन्होंने त्वरित पहल करते हुए स्वयं कर्मचारियों के साथ ग्राम पहुंचकर पांच 6 घंटे अथक प्रयास के बाद बंद पड़े 2 बोर को प्रारंभ किया गया। साथ ही ओवरहेड टैंक के फूटे पाइपलाइन की मरम्मत भी कराया गया।
ग्रामीण राकेश ध्रुव, मानाराम, ऋ षि राम, गुलाब ध्रुव आदि ग्रामीणों ने बोर प्रारंभ हो जाने पर संतोष जाहिर किया है।