कोण्डागांव

डेढ़ हजार मितानिनें पहुंचीं विधायक संतराम के निवास
26-May-2023 10:32 PM
डेढ़ हजार मितानिनें पहुंचीं विधायक संतराम के निवास

गुलाब की पंखुडिय़ां बिछाकर स्वागत

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
केशकाल, 26 मई।
केशकाल विधायक संतराम के निवास कार्यालय में शुक्रवार को मितानिनों का सम्मेलन व सम्मान समारोह आयोजित किया गया था, जिसमें लगभग 1500 की संख्या में मितानिन व एमटी महिलाओं ने शामिल होकर कार्यक्रम को भव्य बना दिया।

इस दौरान विधायक संतराम नेताम ने स्वागत द्वार पर गुलाब की पंखुडिय़ां बिछाकर उनका आत्मीय स्वागत किया। तत्पश्चात छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर माल्यार्पण व राज्यगीत के पश्चात कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया।

 

 इस दौरान मितानिनों ने बारी-बारी से अपने-अपने गांव व क्षेत्र की समस्याओं व मांगों से विधायक को अवगत करवाया, वहीं विधायक ने मंच पर मौजूद सीएमएचओ डॉ. आर.के सिंह व एसडीएम शंकरलाल सिन्हा को सभी समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश दिए। इस दौरान विधायक ने स्वयं सभी महिलाओं को साड़ी भेंट कर उन्हें सम्मानित किया।

मितानिनों ने बताई समस्याएं
इस दौरान केशकाल की स्वास्थ्य पंचायत समन्वयक तारादेवी शोरी ने बताया कि आज के कार्यक्रम में हमने अपनी समस्याओं को विधायक संतराम नेताम के समक्ष रखा, जिसमें मुख्य रूप से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर, पानी, बिजली की समस्या एवं 102 वाहनों की आवश्यकता के संबंध अवगत करवाया। जिस पर विधायक जी ने तत्काल संबंधित अधिकारियों समस्याओं के निराकरण  के आदेश दिए। यह बहुत ही अच्छा कार्यक्रम था। आज तक किसी जनप्रतिनिधि के साथ हमारा सम्मेलन नहीं हुआ था। इसके लिए हम सभी विधायक संतराम नेताम जी को धन्यवाद देते हैं। 

मितानिनों को तोहफे में मिली साडिय़ां
विश्रामपुरी की मितानिन रमशिला ने बताया कि एक भाई होने के नाते विधायक जी हमें रक्षाबंधन व तीजा पर्व पर हमें आमंत्रित करते हैं, लेकिन पारिवारिक व्यस्तता के कारण हम नहीं आ पाते। जिसे ध्यान में रखकर आज विधायक जी ने एक सम्मेलन के माध्यम से हमें अपने निवास में आमंत्रित किया और सभी महिलाओं को साड़ी भेंट किया। विधायक जी के हाथों इतना सम्मान पाकर हमें काफी खुशी हुई। 

विषम परिस्थितियों में भी हार नहीं मानती मितानिन बहनें
श्री नेताम ने कहा कि मेरे निवास में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं व बहनों का सम्मेलन हुआ है। मंै बहुत सौभाग्यशाली हूँ जो 1500 से अधिक बहनों ने इस कार्यक्रम में आकर मुझे अपना आशीर्वाद दिया। चूंकि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य अमला की सबसे निचली कड़ी मितानिन बहनें होती है। उनके सहयोग के बिना स्वास्थ्य विभाग के अनेकों कार्य पूर्ण होने सम्भव नहीं है। कोरोना काल जैसी विषम परिस्थितियों में भी मितानिन बहनों ने समाज सेवा में अपना अमूल्य योगदान दिया है। इसलिए आज हमने उनकी समस्याओं को सुनकर निराकरण किया। साथ ही 1500 से महिलाओं को साड़ी भेंट कर उनका उत्साहवर्धन भी किया है। इस मौके पर जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे।


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