राजनांदगांव

बिना धर्म के जीवन पशु की तरह होता है - शंकराचार्य
27-May-2023 11:55 AM
बिना धर्म के जीवन पशु की तरह होता है - शंकराचार्य

   माहेश्वरी भवन में हुई धर्मसभा   

राजनांदगांव, 27 मई।  उत्तराखंड के जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने शुक्रवार को स्थानीय महेश्वरी भवन में धर्मसभा को संबोधित करते कहा कि बिना धर्म के जीवन मनुष्य की तरह नहीं, बल्कि पशु की तरह होता है। उन्होंने कहा कि हम सब एक पुल से जुड़े हुए हैं, एक सेतु है हमारे और आपके बीच में, क्योंकि किन्ही दो वस्तुओं को जोडऩे के लिए एक तीसरी चीज की जरूरत होती और वही दोनों को आपस में जोड़ कर रखती है। हमारे बीच यह तीसरी चीज है धर्म।

उन्होंने धर्मांतरण के संबंध में कहा कि कुछ शक्तियां चाहती कि पूरे विश्व में हमारा राज हो जाए और हम जो असंगठित हैं, हम बिखर जाते हैं और दूसरी शक्तियां हम पर हावी हो जाती है। उन्होंने कहा कि जिस प्रलोभन में आकर हम अपना धर्म छोड़ देते हैं, दूसरे धर्म में जाने के बाद हमें वह नहीं मिल पाता, किंतु हम अपनी कमजोरी का बयां नहीं कर सकते और हम परिवर्तित धर्म का बखान करने लगते हैं। उन्होंने कहा कि बिना धर्म के भी जीवन जिया जा सकता है, लेकिन बिना धर्म का जीवन पशु की तरह है। मनुष्य की तरह जीवन धर्म के जरिये ही प्राप्त किया जा सकता है और मनुष्य जीवन धन्यता को प्राप्त करता है। भगवान श्रीराम हम सब के आदर्श हैं, क्योंकि उन्होंने धर्म को अपने जीवन में सम्मिलित किया और न केवल अपने जीवन में सम्मिलित किया, बल्कि उनसे जुड़े जितने भी लोग थे, सबके जीवन में धर्म को सम्मिलित कर दिया।

उन्होंने कहा कि जब तक राजनीतिज्ञ के जीवन में धर्म ना हो और वह धर्मनिष्ठ न हो तब तक वह चुनाव नहीं जीत सकता। यह जीवन हमको मिला हुआ है इसकी रक्षा करने का काम धर्म करता है। हम धार्मिक नियमों का पालन करते हैं, इसीलिए स्वस्थ रहते हैं। धर्म हमारा रक्षक हैए हमारे अस्तित्व को समाप्त नहीं होने देता। उन्होंने कहा कि हम सब लोगों को धर्म के नियमों को जानना चाहिए और उसको मानना चाहिए ।

इससे पूर्व जगतगुरु शंकराचार्य जी का अभिनंदन  पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, पूर्व मंत्री लीलाराम भोजवानी,  पूर्व सांसद मधुसूदन यादव, अभिषेक सिंह,   नीलू शर्मा,  हेमा देशमुख, संतोष पटाक, पवन डागा,  मोतीराम चंद्रवंशी,  विमल हाजरा, आकाश चोपड़ा,  दुर्गेश त्रिवेदी, कुलबीर छाबड़ा,  गणेश पवार, शरद सिन्हा,  अशोक लोहिया , प्रशांत अग्रवाल, दामोदरदास मुंगड़ा, बृजकिशोर सुरजन,  नंदू सोनी,  अरुण गुप्ता , ओमप्रकाश अग्निहोत्री,  दीपा बागड़ी सहित अन्य लोगों ने किया।

पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह,   पूर्व सांसद मधुसूदन यादव, आयोजन समिति के संयोजक पवन डागा,  पूर्व विधायक मोतीराम चंद्रवंशी एवं महापौर हेमा देशमुख ने अपने उद्बोधन में ज्योतिष पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी के नगर आगमन को इस पावन धरा के लिए धन्य माना। पूर्व सांसद अभिषेक सिंह सहित अन्य वक्ताओं  ने कहा कि हजारों साल पुरानी सनातन परंपरा का गौरव विद्यमान हो,  उस परंपरा के निर्वहन करने जिनकी प्रखर वाणी सनातन धर्म को अधिकार पूर्वक समाज से जोडऩे का काम करती है  ऐसी एक महान आत्मा, ऐसे ही परम आदरणीय संत जगतगुरु स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज हम सबके बीच में गतिमान है। अंत में आभार प्रदर्शन ब्रिज किशोर सुरजन ने किया।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news