कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 27 मई। भारत स्काउट्स एवं गाइड कोण्डागांव के 6 सदस्यीय टीम अमृतसर-मनाली हाईक पर हैं। यहां अमृतसर - मनाली क्षेत्र के रहन-सहन, खानपान, रीति- रिवाज, परंपराओं व सामाजिक- समरसता के भाव की जानकारी लेकर जिले में स्काउटिंग गतिविधियों को गति प्रदान करेंगे।
भारत स्काउट एवं गाइड छत्तीसगढ़ रके मुख्य राज्य आयुक्त विनोद सेवन लाल चंद्राकर के निर्देशानुसार एवं राज्य सचिव कैलाशसोनी के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के 147 स्काउटर एवं गाइडर को 8 दिवसीय अमृतसर मनाली हाइक पर भेजा गया है । इसी कड़ी में भारत स्काउट एवं गाइड जिला संघ कोंडागांव से सक्रिय स्काउटर एवं गाइडर के रूप में ऋषिदेव सिंह स्काउटर शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल दहिकोंगा, ललित राम सिन्हा स्काउटर शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल आलोर, सुंदरलाल जैन स्काउटर शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल फरसगांव, संगीता सोरी गाइडर शासकीय माध्यमिक शाला बटराली, शशिकला ठाकुर गाइडर शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय अरंडी, भुनेश्वरी धामडे गाइडर शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बहीगांव, कोंडागांव जिला संघ का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
इस हाइक कार्यक्रम में कोंडागांव जिले के 6 सदस्यीय टीम अमृतसर एवं मनाली के अनेक पर्यटन व शैक्षणिक स्थलों का भ्रमण करेंगे, जिसमें मुख्य रूप से पंजाब के अमृतसर ,जालियांवाला बाग, स्वर्ण मंदिर ,अटारी - बाघा बॉर्डर , हिमाचल प्रदेश के हिडिंबा मंदिर ,माल रोड , रोहतांगपास ,किरतपुर साहिब गुरुद्वारा, में जाकर वहां के रहन-सहन, खान- पान, रीति - रिवाज, परंपराओं व सामाजिक समरसता के भाव की जानकारी लेंगे। कोंडागांव जिले के 6 सदस्य स्काउटर और गाइडर हाइक से आने के पश्चात जिले में स्काउटिंग के क्षेत्र में स्काउटिंग गतिविधियों को गति प्रदान करेंगे।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ राज्य मुख्यालय द्वारा प्रतिवर्ष साल में दो बार सक्रिय स्काउटर और गाइडर को उत्तर एवं दक्षिण भारत के हाईक पर भेजा जाता है।
समाचार लिखे जाने तक 6 सदस्य टीम अमृतसर, जालियांवाला बाग , स्वर्ण मंदिर, अटारी — बाघा बॉर्डर, हिडिंबा मंदिर, माल रोड, अटल टनल का भ्रमण कर वर्तमान में मनाली की वादियों में शिलांग वैली का दर्शन कर रहे हैं । जिले के वरिष्ठ एवं सक्रिय स्काउटर ऋ षिदेव सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में यहां का तापमान 6 से 8 डिग्री सेल्सियस है। यहां का मौसम बहुत ही सुहाना है। उन्होंने आगे कहा कि यहां आए दिन ग्लेशियर पिघलने के बावजूद भी माता हिडिंबा की कृपा से यहां किसी भी प्रकार की कोई घटना नहीं घटती है।