महासमुन्द

चार महीने पहले ईंट भट्ठे में काम करने पत्नी संग यूपी गया था
बच्चों को क्या जवाब दूंगा सोचकर शव को गांव लाया-बिसहत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 31 मई। महासमुंद जिले के बागबाहरा विकासखंड के अधीन ग्राम बोडऱीदादर निवासी बिसहत यादव अपनी पत्नी के शव के साथ 50 घंटे का सफर तय कर गांव पहुंचा तो पूरा गांव गमगीन हो गया। शव से दुर्गंध आने लगी थी। लिहाजा गांव के लोगों ने तत्काल अंतिम संस्कार की व्यवस्था की।
बिसहत अपनी पत्नी पुनिया के साथ उत्तरप्रदेश के एक ईंट भ_े में काम करने गया हुआ था। हंसी-खुशी दोनों वहां ईंट बनाने का काम कर रहे थे, तभी 23 मई की देर रात अचानक पुनिया को हिचकी आई औैर उसने दम तोड़ दिया।
बिसहत के मुताबिक भ_ा मालिक ने कहा कि अंतिम संस्कार कर देते हैं, लेकिन बच्चों को क्या जवाब देते, सोचकर शव गांव ले आया। बिसहत ने गांव वालों को बताया-23 की शाम हम खाना खाकर सो रहे थे। आधी रात पुनिया ने अचानक हिचकी ली और उसकी मौत हो गई। उसे कुछ बीमारी भी नहीं थी। बिसहत अपनी पत्नी के साथ चार माह पूर्व ही कमाने-खाने ईंट भ_ा गया हुआ था।
बिसहत यादव (52) अपने चार बच्चों को घर में छोडक़र पत्नी पुनिया बाई के साथ फरवरी 2023 में उत्तरप्रदेश ईंटभट्ठे में काम करने गया हुआ था। हंसी-खुशी दोनों वहां ईंट बनाने का काम कर रहे थे, तभी 23 मई की देर रात अचानक पुनिया ने दम तोड़ दिया।
इस घटना की सूचना मिलते ही सुल्तानपुर के ईंटभ_ा मालिक ने आनन-फानन में न ही डॉक्टरों को दिखाया, न ही पुलिस को इसकी सूचना दी। पुनिया के पति से कहा कि यहीं दाह संस्कार कर देते हैं, लेकिन 1 हजार किलोमीटर दूर से अकेले गांव आकर बिसहत अपने बच्चों को क्या जवाब देते, इसलिए शव को घर ले जाने की बात कही तो ईंटभ_ा मालिक ने एंबुलेंस की व्यवस्था की और वापस घर भेज दिया।
घटना के करीब 50 घंटे बाद बिसहत अपनी पत्नी की लाश लेकर घर बोड़ऱीदादर पहुंचा। इस बीच लाश से दुर्गध भी आनी शुरू हो गई थी। गांव वालों ने तत्काल पुनिया के अंतिम क्रियाकर्म की तैयारी की और कल ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
बिसहत ने ईंटभट्ठे में जाने से पहले भी जिला प्रशासन के श्रम विभाग को कोई जानकारी दी थी और न ही वहां से लौटने अथवा पत्नी के मौत की जानकारी विभाग के अधिकारियों को दी है।