बलौदा बाजार

व्यापारी पान मसाला और तंबाकू को अलग-अलग बेचकर प्रतिबंध को बेअसर कर रहे
बलौदाबाजार, 31 मई। तंबाकू के कारण मुंह के कैंसर से बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में हर साल 35 की मौत होती है। व्यापारी पान मसाला और तंबाकू को अलग-अलग बेचकर प्रतिबंध को बेअसर कर रहे हैं।
25 जुलाई 2012 को छत्तीसगढ़ में गुटखा और पान मसाला पर प्रतिबंध लगाते हुए तत्कालीन सरकार ने ऐलान किया था कि इसकी बिक्री करने वाले पर कड़ी का कानूनी कार्रवाई करें, पर विक्रेताओं ने बड़ी चालाकी से ठेंगा दिखाते हुए पान गुटखा मसाला की बिक्री पर पाबंदी का तोड़ निकाल दिया। व्यापारियों ने कानून की पकड़ से बचने के लिए पान मसाला और तंबाकू को अलग-अलग पैकेट पैक कर भेजा जा रहा है। बाद में लोग दोनों को मिक्स कर लेते हैं। ऐसे में वह गुटखा बन जाता है।
बेअसर साबित हो चुके हैं इस प्रतिबंध को 11 साल बीत गए, पर न ही तंबाकू की बिक्री में कोई कमी आई है और न ही खाने वालों पर असर हो रहा है। जिले में मुंह के कैंसर से हर साल 30 से 35 मौत हो रही हैै।
कैंसर के 70 फीसदी मामले तंबाकू के कारण
जिला अस्पताल प्रभारी डॉ. राकेश अवस्थी के अनुसार हर पांचवां व्यक्ति तंबाकू का सेवन कर रहा है। 15 लाख की आबादी वाले बलौदाबाजार जिले में 3 लाख लोग इस व्यसन के आदी हो गए हैं।
वहीं पान मसाला व्यवसाय विनोद केसरवानी के अनुसार पान मसाला गुटखा सिर्फ 1 महीने में 25 करोड़ से अधिक का है।
जिला सांख्यिकी विभाग से मिले आंकड़े के अनुसार जिले में प्रति वर्ष औसतन 7 हजार लोगों की मौत होती है। इन मौतों पर जिला स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि 85 फीसदी मौतें बीमारियों से ग्रसित होने की वजह से होती है और वर्तमान में इस में सबसे तेजी से फैलने वाली जो बीमारी है, वह मुंह का कैंसर है। जिससे जिले में ही हर साल 30 से 35 मौतें हो रही हैं। जिले में होने वाले कैंसर में से 70 फीसदी से अधिक मामले मुंह के कैंसर के होते हैं। जिसका प्रमुख कारण पान मसाला और तंबाकू ही है।
जानकारी होने के बावजूद लोग पैसा देकर खरीद रहे हैं मौत- सीएमएचओ
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एमपी महेश्वर ने कहा कि जीवन का सबसे बड़ा आश्चर्य है। कि लोग जानते हैं कि तंबाकू सेवन उनके स्वास्थ्य के लिए जहर है। इसके बावजूद वह अपनी मौत को खरीदने के लिए पैसा देते हैं। दोस्तों के साथ शौकिया या फिर बड़ों की देखा देखी नए-नए युवाओं को गुटका खाने की इतनी लत लग जाती है कि वह पान मसाला के एडिक्ट हो जाते हैं। तंबाकू चबाना तंबाकू खाने का सबसे खराब तरीका है और मानव शरीर को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है।
जिले में स्वास्थ्य विभाग का हमला लोगों को इस व्यसन से होने वाले नुकसान के लिए लगातार जागरूक कर रहा है।
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