गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 2 जून। धरती पर गंगा और गायत्री के अवतरण अवसर पर गायत्री शक्तिपीठ राजिम द्वारा पांच कुण्डीय गायत्री महायज्ञ एवं पर्व पूजन किया गया। तपस्वी भागीरथ के तप और कठोर साधना से पृथ्वी पर गंगा का अवतरण हुआ। महार्षि विश्वामित्र की तपस्या से मां गायत्री का अवतरण हुआ था। गायत्री शक्तिपीठ के पूर्व ट्रस्टी अशोक शर्मा ने कहा परम पूज्य गुरुदेव ने गायत्री माता और यज्ञ को माध्यम बनाकर मनुष्य में देवत्व कि उदय और धरती पर स्वर्ग का अवतरण को लेकर विचार क्रांति अभियान चलाया। गायत्री शक्तिपीठ के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी चंद्रलेखा गुप्ता ने गायत्री जयंती के अवसर पर उपासना साधना के माध्यम से गायत्री महामंत्र जप घर घर जन जन तक पहुंचाने की बात कही। रामकुमार साहू ने भी अपनी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर गायत्री शक्तिपीठ के परिवाजक दीनबंधु यादव, शेखर यादव, संगीताचार्य तुलाराम साहू, निहारिका साहू, पवन गुप्ता, संतराम ध्रुव, ताराचंद साहू, सीता साहू, दीपा साहू, गीतांजलि साहू, निर्मला साहू, सीतु ध्रुव, महेश्वरी साहू, पुरषोत्तम दीवान, अमृत साहू आदि शामिल हुए।
संतोष साहू द्वारा सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।