रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 जून। फार्मेसी डिप्लोमा/डिग्री के फर्जीवाड़े में एक और गिरफ्तारी हुई है।छत्तीसगढ़ फार्मेसी काउंसिल रायपुर की रिपोर्ट पर अब तक 17 लोग पकड़े जा चुके हैं।मेडिकल स्टोर्स खोलने खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग से ड्रग लायसेंस प्राप्त करने फर्जी फार्मेसी डिग्री/डिप्लोमा लगाकर आवेदन किये थे । फार्मेसी काउंसिल ने 28 लोगों के फार्मेसी डिग्री/डिप्लोमा फर्जी पाए थे। इनमें से 17 को पूर्व में गिरफ्तारकिया जा चुका है ।
तेलीबांधा पुलिस धारा 420, 467, 468, 471, 120बी भादवि. का अपराध दर्ज किया है ।*
डॉ. श्रीकांत राजिम वाले, छ.ग. स्टेट फार्मेसी काउंसिल रायपुर ने थाना तेलीबांधा में रिपोर्ट दर्ज कराया था। पुलिस ने कल छूटन विश्वास (32) को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से फर्जी दस्तावेज जप्त किया है। वह ग्राम सामरी कुटकू सामरी जिला बलरामपुर या निवासी है ।
इससे पहले
जांच के दौरान सनराईस युनिवर्सिटी बैगाड राजपुर राजस्थान से रमाकांत निषाद, शीतल कुमार महार, संजय कुशवाहा, सूरज कुमार अग्रवाल, ओ.पी.जे.एस युनिवर्सिटी चुरू राजस्थान से चन्द्रेश कुमार साहू, डामेश्वर कुमार साहू, श्रीधर युनिवर्सिटी पिलानी राजस्थान से रविन्द्र कुमार साहू, स्वामी विवेकानंद युनिवर्सिटी सागर म.प्र. से खेम लाल धीवर के फार्मेसी डिप्लोमा छत्तीसगढ स्टेट फार्मेसी काउंसिल रायपुर के समक्ष आवेदन पत्र के साथ प्रस्तुत प्रमाण पत्र फर्जी पाये गये। उत्तर प्रदेश फार्मेसी कांउसिल लखनउ से रविन्द्र कुमार द्वारा फर्जी काउंसिल मे पंजीयन की प्रमाण पत्र के साथ एनओसी प्रमाण पत्र हेतु प्रस्तुत करना पाया गया।
इसके साथ ही राजस्थान फार्मेसी काउंसिल जयपुर, सत्य साई युनिवर्सिटी सिहोर मध्य प्रदेश, मोनाद युनिवर्सिटी हापुर उ.प्र., जे.एस.युनिवर्सिटी शिकोटाबाद फिरोजाबाद उ.प्र. के नाम से फर्जी प्रमाण पत्र जारी कराया गया है। इसी प्रकार अन्य आरोपियों द्वारा भी फर्जी प्रमाण पत्र को छत्तीसगढ स्टेट फार्मेसी काउंसिल रायपुर के समक्ष छल व बेईमानी पूर्वक अपने फायदे के लिए षडयंत्र पूर्वक आवेदन पत्र के साथ प्रस्तुत करना पाया गया