महासमुन्द

झुमका-बाइक खरीदी, फैंसी स्टोर्स भी खोला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 8 जून। गौठान योजना के तहत महासमुंद विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत बम्हनी में स्व सहायता समूह की मंजू यादव ने जिले में सबसे अधिक मात्रा में गोबर बेचकर लाभ प्राप्त किया है।
मंजू बताती हैं कि उनके द्वारा प्रतिदिन गोबर विक्रय किया जाता है तथा गांव के सभी पशुपालकों को गोबर बेचने हेतु प्रेरित भी किया जाता हैं ताकि सभी पशुपालक शासन की इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ ले सकें।
वे बताती हंै कि गोबर चोरी होने के डर से दिन रात गोबर की रखवाली भी करने लगी है। क्योंकि सरकार द्वारा गोबर खरीद किये जाने के बाद से यह कमाई का एक मुख्य जरिया बन गया है। मंजू यादव स्वयं की दुकान खोलना चाहती थी। ऐसे में गोधन न्याय योजना उनके सपनों को पूरा करने में सहभागी बना।
मंजू यादव द्वारा वर्ष 2020 से अब तक 2500 क्विंटल गोबर बेचा गया है। जिससे उन्हें 5 लाख रुपए की बड़ी आमदनी प्राप्त हुई है। इस आमदनी से उन्होंने अपने और घरवालों के सपने भी पूरे किए। खुद के लिये सोने का झुमका, पति के लिये मोटरसायकल एवं घर के फैंसी स्टोर एवं कपड़ा दुकान में राशि का उपयोग कर अच्छे से व्यवसाय भी शुरू किया है।
मालूम हो कि महासमुंद जिले के 564 गोठानों में 17 हजार 611 पशुपालकों द्वारा गोबर विक्रय किया जा रहा है। अभी तक जिले में 5 लाख 86 हजार 425 क्विंटल गोबर खरीदी की जा चुकी है जिससे 1 लाख 50 हजार क्विंटल वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन हुआ है। इसके विक्रय से 12 करोड़ 61 लाख 65 हजार 900 रुपए की आमदनी पशुपालकों को हुई है। वहीं इससे सुपर कम्पोस्ट और सुपर प्लस कम्पोस्ट खाद का उत्पादन किया जा रहा है। जिसके विक्रय से भी लाभ हुआ है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एस. आलोक ने बताया कि वर्तमान में प्रतिदिन लगभग 1000 क्विंटल गोबर खरीदी हो रही है।