कोरिया

चंद्रकांत पारगीर
बैकुंठपुर, 26 जून (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। कोरिया जिले का एक ग्राम पंचायत ऐसा है, जहां 3-3 गौठान स्वीकृत हो गए हंै, जिसकी राशि भी निकाल ली गई है। इसमें मनरेगा के तहत 3 बार राशि निकाली गई, अलग कोड बनाकर मामले मेंं बड़ी वित्तीय अनियमितताएं की गई, वहीं गौठन में लगे सूचना पटल पर जो दो यूनिक कोड अंकित है, उसमें एक यूनिक कोड छिपा दिया गया था, पर अलग नाम से बने कोड से यह बात सामने आई कि बसेर के गौठान का 3 बार राशि का आहरण कर लिया गया।
इस संबंध मेें जनपद पंचायत सोनहत के सीईओ एलेक्जेंडर पन्ना का कहना है कि और भी काम हुआ होगा, पर जब हमने बताया कि 15वें वित्त आयोग से भी राशि निकाली गई है और चारागाह का कहीं पता नहीं है, तो उन्होंने कहा कि मैं बसेर गौठान को दिखवाता हूँ।
जानकारी के अनुसार कोरिया जिले के सोनहत विकासखंड में मनरेगा के तहत ग्राम पंचायत बसेर में गौठान स्वीकृत हुआ। छत्तीसगढ़ जब बसेर स्थित गौठान पहुंचा तो सबसे पहले नगारिक सूचना पटल पर लिखे 2 यूनिक कोड पर नजर पड़ी, गौठान भाग 1 के नाम से 1111382174 जिसकी स्वीकृति राशि 19.62 लाख दिनंाक 25.02.2019 और गोठान भाग 2 के नाम से 1111324564 जिसकी स्वीकृति राशि 17.23 लाख बताई गई। परन्तु मनरेगा की साईट पर देखने पर सिर्फ एक ही कोड बता रहा था, यूनिक कोड 1111382174 ढूंढने से नहीं मिल रहा था। जबकि एक अन्य यूनिक कोड 1111326356 जिसे गौठान भाग 1 के नाम से जारी किया गया, वो सामने आया, जिसमें 19.62 लाख की राशि की स्वीकृति बताई गई और जो सूचना पटल पर अंकित यूनिक कोड 1111382174 गोठान निर्माण कार्य बसेर के नाम से दर्ज है।
तीनों गौठान से भारी भरकम राशि का आहरण किया गया है। नियमानुसार एक बार कार्यपूर्णता प्रमाण पत्र जारी होने के बाद उससे राशि का आहरण नहीं किया जा सकता है, परन्तु यहां ऐसा नहीं हुआ।
4 साल बाद निकाली राशि
मनेरगा के तहत कार्य पूर्ण होने के बाद (कार्यपूर्णता प्रमाण पत्र) सीसी लगाई जाती है 1111382174 गोठान निर्माण कार्य बसेर के नाम से दर्ज इस कोड के तहत इसकी स्वीकृति वर्ष 2019 में हुई थी और 25 जुलाई 2020 को मजदूरी के 3,87,030 और मटेरियल के 2,13,348 रू की राशि का आहरण कर लिया गया, नियमानुसार एक बार जिस कार्य को पूर्ण बता दिया गया, दुबारा उसे कैसे पूर्ण दिखाया जा सकता है। वहीं गोठान भाग 1 और गोठान भाग 2 के नाम पर दुबारा उसी कार्य को पूर्ण बताते हुए 4 वर्ष बाद 1 अप्रैल 2023 को राशि निकाल ली गई। दुबारा 19.62 लाख और 17.23 का निर्माण कार्य पूर्ण होना बता कर मजदूरी और मटेरियल का भुगतान कर दिया गया।
मनरेगा के अनुपात में अंतर
मनरेगा के निर्माण कार्यों में मजदूरी का 40 प्रतिशत और मटेरियल का 60 प्रतिशत हिस्सा रखा गया है, परन्तु यहां ऐसा नहीं हुआ, यूनिक कोड 1111326356 में 19 लाख 62 हजार में से मात्र 23288 रू मजदूरी में और 11 लाख 98 हजार 521 रू मटेरियल में खर्च कर दिए गए है। वहीं यूनिक कोड 1111382174 में स्वीकृत 19 लाख 615 हजार में मजदूरी के 3 लाख 8730 रु. और मटैरियल के 2 लाख 13 हजार 348 रू खर्च होना बताया गया, जबकि यूनिक कोड 1111324564 में 3 लाख 2 हजार 834 रू मजदूरी और 9 लाख 8 हजार 195 रू खर्च बताया गया है। जिससे निकाली गई राशि में मनरेगा के अनुपात में बड़ा अंतर देखा जा रहा है।
15वें वित्त आयोग से भी जारी हुई राशि
ग्राम पंचायत बसेर में बने गोठान में चारागाह में नलकूप खनन और बोर से पाईप लाइन विस्तार के लिए 1,18.300 और 68,300रू, आरसीसी पोल और तार फेंसिंग के लिए 1,05,600, गेाठान में सामग्री का भुगतान 99,000, चारागाह में फेंसिग के लिए 71,200 का भुगतान 15वे वित्त आयोग से किया गया। जबकि गौठान मे शेड निर्माण, पानी टंकी का कार्य मनरेगा के तहत करवाया गया। वहीं यहां का चारागाह बने गौठान के आसपास कहीं नजर नहीं आया।