जान्जगीर-चाम्पा

51 पार्थिव शिवलिंग पूजन व महा रुद्राभिषेक
18-Aug-2023 3:34 PM
51 पार्थिव शिवलिंग पूजन व महा रुद्राभिषेक

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदा, 18 अगस्त।
बलौदा सराफा एसोसिएशन के तत्वाधान में स्वर्णकार समाज कल्याण समिति बलौदा में  पुरुषोत्तम मास के अंतिम दिवस पर भव्य 51 पार्थिव शिवलिंग एवं महा रुद्राभिषेक का भव्य पूजन बलौदा सराफ एसोसिएशन और समाज द्वारा किया गया।

नगर के नवल भवन में आयोजित 51 पार्थिव शिवलिंग का दुध जल अभिषेक करते हुए सराफा एसोसिएशन और स्वर्णकार समाज  के सभी सदस्यों  ने पूजा अर्चना करते हुए  कहा कि पुरुषोत्तम मास  में  51 शिवलिंग का पूजन कर बलौदा नगर, प्रदेश और समाज की सुख समृद्धि और खुशहाली के लिए भगवान भोलेनाथ से मांगा आशीर्वाद। 

उन्होंने कहा भोलेनाथ आदि अनंत काल देवों के देव महादेव है और कल पर विजय प्राप्त करने वाले महाकाल है, जिस व्यक्ति को अगर किसी प्रकार से परेशानी हो अल्प मृत्यु हो ऐसे व्यक्ति भगवान भोलेनाथ की आराधना करता है, तो उसे मृत्यु पर भी विजय प्राप्त होती है,और उसे हमेशा भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त होता है। 

पार्थिव शिवलिंग पूजा अर्चना  सराफा एसोसिएशन और समाज के स्वजनों  व्दारा आयोजित किया गया है यह बहुत अभूतपूर्व सराहनीय कार्यक्रम है  नगर पूरी तरह से शंकर भगवान के जयकारे से गूंजायमान  हो रहा है। समाज के द्वारा पार्थिव शिवलिंग एवं महा रुद्राभिषेक का पूजन किया जा रहा जिसमें  सराफा एसोसिएशन के 51 जोड़े ने सामूहिक रूप से भजन कीर्तन के साथ पूजा अर्चना परिवार सहित देश कि सुख शांति समृद्धि के लिए भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की गई है। 

रायपुर से आये वैदिक ब्राम्हण पण्डित धमेंद्र शर्मा महाराज ने बताया कि पार्थिव शिवलिंग व  महा रुद्राभिषेक की पूजा अर्चना करने से बड़े से बड़ा कष्ट दूर होता है और अकाल मृत्यु से भी विजय प्राप्त होता है। पार्थिव शिवलिंग की पूजा सबसे पहले भगवान श्रीराम ने लंका कुच करने से पहले पार्थिव शिवलिंग व महा रुद्राभिषेक की पूजा की थी भोलेनाथ की असीम कृपा से रामचंद्र जी  लंका पर विजय प्राप्त किए थे। 

वहीं शनिदेव अपने पिता सूर्यदेव से ज्यादा शक्ति पाने के लिए काशी में पार्थिव शिवलिंग बनाकर पूजा की थी कलयुग में भगवान शिव का पार्थिव पूजन कुष्मांडा ऋषि के पुत्र मंडप ने किया था। इसके बाद से अभी तक शिव कृपा बरसाने वाली पार्थिव शिवलिंग का धरती में लगातार किया जा रहा है। पार्थिव शिवलिंग पूजन हर व्यक्ति को सावन मास व पुरुषोत्तम मास में पार्थिव शिवलिंग की पूजा करना चाहिए। पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने से अकाल मृत्यु से भी मनुष्य विजय प्राप्त करता है। पार्थिव शिवलिंग की पूजा अर्चना करने में सराफा एसोसिएशन और स्वर्णकार समाज से समस्त भक्तगण शामिल हुए। 
 

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