मुंगेली
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 27 अगस्त। जैन समाज ने शुक्रवार को भव्य वरघोड़ा निकाला, जिसमें हजारों की संख्या में विभिन्न शहरों के लोगों ने हिस्सा लिया। वरघोड़ा जैन मंदिर से प्रारंभ होकर शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए पुन:जैन मंदिर पहुंचा। जहां मासक्षमण के तपस्वी ललिता झाबक, सुषमा गोलछा, कुमारी रिया गोलछा एवं सिद्धि तप के तपस्वी दीपाली लूनिया के साथ-साथ तपस्वियों का बहुमान कार्यक्रम वल्लभ भवन में आहुत हुआ।
इस अवसर पर नन्हीं पूर्वी बोथरा और काव्या मालू ने एक नाट्य के माध्यम से परिवार को मिलजुल कर रहने का संदेश दिया। विगत 31 दिनों से वीर मैराथन का कार्यक्रम संपादित कर रही युवा टीम का भी सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन पलक बरडिय़ा ने किया। इस कार्यक्रम में सरिता कोचर, हेमंत झाबक,धरमचंद श्रीश्रीमाल, त्रिलोकचंद सांखला ने तपस्वियों की अनुमोदना में अपने भाव व्यक्त किए। अंत में परम पूज्या संवरबोधी जी मसा ने समस्त श्रावक श्राविकाओं को संबोधित किया।
कार्यक्रम के पश्चात स्वामी वात्सल्य की व्यवस्था श्री शांतिनाथ भवन में रखी गई। स्वामी वात्सल्य के मुख्य लाभार्थी गणेशमल, सुरेश, प्रदीप, मोहनलाल, रूपचंद, एवम सहदृलाभार्थी कस्तूरचंद, पीयूष, विनय चंद, प्रसन्न तथा प्रकाशचंद अशोक चोपड़ा परिवार थे। शाम को प्रभु से मिलन कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें परम पूज्य शौर्यबोधि मसा के मुखारविंद से प्रभु के प्रति संवेदना व्यक्त की गई।
उपस्थित सभी जनों को भावनात्मक रूप से परमात्मा से मिलाया गया। इस आयोजन में रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, कोमाखान, धमतरी, बालघाट,चेन्नई, मुंबई, हैदराबाद,संबलपुर आदि अनेक जगह से लोग पहुंचे थे। यह जानकारी जैन श्री संघ के सचिव रितेश गोलछा ने दी और बताया कि आगामी 2 एवं 3 सितंबर को जयपुर के ख्यातिप्राप्त योगगुरु का महासमुंद आगमन हो रहा है। जिनकी योग एवम साधना शिविर डॉ.भीमराव अंबेडकर मांगलिक भवन, सितली नाला के आगे, बागबाहरा रोड में होगा।