दन्तेवाड़ा

दंतेवाड़ा, 6 सितंबर। जिला मुख्यालय स्थित शासकीय हाई स्कूल मैदान में आयोजित तीन दिवसीय जिला स्तरीय छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक खेल का आज समापन हुआ। आज समापन अवसर पर मुख्य अतिथि की उपस्थिति में रस्साकशी खेल का आयोजन भी किया गया। जिसमें 18 से 40 वर्ग की महिलाएं पूर्ण उत्साह के साथ खेलते नजर आए।
विजेता छत्तीसगढिय़ा को मुख्य अतिथि द्वारा प्रमाण पत्र भी वितरण किया गया।
नगरपालिका उपाध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि खेलों के माध्यम से सभी शारीरिक एवं मानसिक रूप से मजबूत हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यही उत्साह और एकाग्रता अपने जीवन में भी लाएं सफलता अवश्य मिलेगी। उन्होंने विजेता छत्तीसगढिय़ा को संभाग स्तर और राज्य स्तर में खेल कर अपने जिले का नाम रोशन करने की शुभकामनाएं दी।
पारंपरिक खेलों को मिला मंच
ग्राम स्तर से शुरू हुए इस ओलंपिक खेल में विभिन्न स्तरों में जीत हासिल करते हुए 16 विधाओं में तीन वर्गों में प्रथम श्रेणी में 18 वर्ष तक के बच्चे, द्वितीय श्रेणी में 18-40 वर्ष, तृतीय श्रेणी में 40 वर्ष से अधिक इन तीन श्रेणियों में महिला व पुरुष दोनों वर्गों ने दलीय एवं एकल श्रेणी में अपना हुनर दिखाया। दलीय खेलों में गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगडी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी, बाटी (कंचा), बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लंबी कूद, रस्सी कूद और कुश्ती शामिल रहे। जिला स्तरीय खेल में 1200 छत्तीसगढिय़ा ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
अपर कलेक्टर संजय कन्नौजे ने संबोधन में कहा कि हमारे बस्तर में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है। खेल को खेल भावनों से ही खेल हार, जीत तो लगी रहती है। मुख्यमंत्री के द्वारा राजीव युवा मितान क्लब के माध्यम से पंचायत स्तर से विलुप्त खेलों को शुरू किया गया।
उन्होंने विजेता खिलाडिय़ों को हौसले के साथ संभाग से राज्य स्तर में परचम लहराने के लिए शुभकामनाएं एवं बधाई भी दी।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री द्वारा छत्तीसगढ़ में पारम्परिक खेल गतिविधियों को ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में प्रोत्साहित करने के लिए पहल की गई है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डिप्टी कलेक्टर श्री अरुण सोम, खेल अधिकारी मुकेश गोड, डिप्टी कलेक्टर कल्पना ध्रुव नगर पंचायत उपाध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप सिंह प्रमुख रूप से मौजूद थे।