बेमेतरा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 14 सितंबर। पार्षद निधि में भ्रष्टाचार का मामला तूल पकडऩे लगा है। कांग्रेसी पार्षदों व विरोधियों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। बीते दिन शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुमन गोस्वामी व पार्षदों ने प्रेस वार्ता लेकर निर्दलीय पार्षद नीतू कोठारी व प्रवीण राजपूत के आरोपों का जवाब दिया। अब नीतू कोठारी ने कांग्रेस पार्षदों के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि वार्ड 19 का मामला उजागर होने के बाद रातों-रात राम मंदिर में दो अलमारी व 15 नग कुर्सियां पहुंचाई गई हैं। अभी भी 85 कुर्सियों का हिसाब नहीं मिल पा रहा है।
अलग-अलग संस्थानों में कुर्सी छोडऩे का दावा, पर नहीं ली इसकी पावती
नीतू कोठारी ने बताया कि वार्ड 19 पार्षद की ओर से आनन-फानन में कुर्सी एवं अलमारी पहुंचाई गई है। इनमें से 85 नग कुर्सी की जानकारी मांगने पर अलग-अलग संस्थानों में छोडऩे की बात कही जा रही है। जिन संस्थाओं में कुर्सियां छोड़ी गई है, वहां से पावती नहीं ली गई है, जबकि राम मंदिर में कुर्सियां नहीं छोडऩे के बावजूद पावती लेने की बात कही जा रही है। इसी से भ्रष्टाचार का खेल उजागर हो रहा है।
संस्था प्रमुखों पर मामला डालकर पल्ला झाड़ रहे पार्षद
आरटीआई कार्यकर्ता के अनुसार भ्रष्टाचार में लिप्त पार्षद राम मंदिर व छात्रावास के प्रमुखों पर सारा मामला डालकर अपना बचाव करने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेसी पार्षदों के अनुसार उन्होंने संबंधित संस्था प्रमुखों से सामग्री प्राप्ति की पावती ली है जबकि इन संस्था प्रमुखों के अनुसार पार्षदों को ऐसी कोई पावती नहीं दी गई है।
मंदिर के नाम पर राशि गबन से आम जनों में खासी नाराजगी
नीतू कोठारी ने बताया कि राम मंदिर में सामग्री प्रदाय करने के नाम पर राशि गबन करने से शहर के नागरिकों में खासी नाराजगी है। यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि भक्त अपनी मेहनत की कमाई से मंदिरों में जरूरी सामग्री प्रदान करते हैं। वहीं दूसरी ओर जनप्रतिनिधि मंदिर में सामग्री प्रदाय करने के नाम पर राशि का गबन कर ले रहे हैं, जो घोर निंदनीय है।