गरियाबंद

मांगे पूरी नहीं होने पर 21 को विशाल प्रदर्शन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 15 सितंबर। जिला के सभी प्राइवेट स्कूल संचालकों व शिक्षकीय स्टाफ के साथ स्कूल बंद कर स्थानीय गांधी मैदान में लंबित माँगों को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर 8 सूत्रीय माँगों का मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया ।
सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि पिछले 12 वर्षों से आर.टी.ई. की राशि में कोई वृद्धि नहीं की गई है। आर.टी.ई की राशि प्राथमिक कक्षाओं में 7,000 से बढक़र 15000, माध्यमिक की 11,500 से बढ़ाकर 18,000/- एवं हाई और हायर सेकंडरी की अधिकतम सीमा को 15,000 से बढ़ाकर 25,000 करने, बसों की अवधि देश के अधिकांश राज्यों में यह अवधि 15 वर्ष है। बसों की अवधि छत्तीसगढ़ में 12 वर्ष को 15 वर्ष किया जाए, निजी स्कूलों में पढऩे वाली बालिकाओं को भी सरस्वती साइकिल योजना का लाभ मिले, आर.टी.ई. की रूकी हुई प्रतिपूर्ति राशि को अविलंभ स्कूलों के खाते में हस्तांतरित किया जाए, निजी स्कूलों के सभी खातों को पीएफएमएस के अंतर्गत पंजीकृत करने, गणवेश की राशि 540 रूपए से बढ़ाकर 2,000 की जाए, निजी विद्यालय में अध्ययनरत एस.सी/एस.टी./ओ.बी.सी. वर्ग के विद्यार्थियों को मिलने वाले प्री मैट्रिक एवं पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति की राशि बढ़ाई जावे एवं निजी स्कूलों के अध्यापकों को स्कूली शिक्षा में भर्ती पर बोनस अंक प्रदान किया जाए, जैसे आत्मानंद के शिक्षकों को प्रदान किया जाता है। उपरोक्त मांगों पर तुरंत संज्ञान लेकर पुरा नहीं किया गया तो छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन पूरी ना होने की स्थिति में 21 सितम्बर को राजधानी में बड़ा प्रदर्शन करने को बाध्य होंगें।
उक्त धरना प्रदर्शन में जिला प्राइवेट स्कूल संचालक कल्याण संघ के जिलाध्यक्ष स्टैफोर्ड बन्र्स, माकूल खान, कविता शर्मा, पुष्कर गोस्वामी, शैजू जेकब, मो हाफिज, सिद्धार्थ के अलावा संस्था शिक्षकीय स्टाफ भारी संख्या में मौजूद रहे।