बलौदा बाजार
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भारी गाडिय़ों से सडक़ खराब, गिरकर दुपहिया चालक हो रहे घायल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 17 सितंबर। सिमगा बलौदाबाजार मार्ग में 24 घंटे सडक़ की क्षमता से अधिक वजन और मात्रा में भारी वाहन चल रहे हैं जिससे सडक़ की हालत खराब हो गई है।
अंचल में विभिन्न सीमेंट फैक्ट्री का 50 से 60 टन सामान लेकर 18 से 20 पहियों की गाडिय़ां दिनभर दौड़ती हैं। सडक़ पर बड़े गड्ढे हो गए हैं। दो दिन हुई बारिश से परेशानी बढ़ गई है। दूसरी तरफ सीमेंट संयंत्रों के पास सडक़ के दोनों किनारे खड़े रहने वाले वाहनों के कारण लगातार सडक़ जाम रहती है। इससे दोपहिया सवार और छोटे वाहनों को आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
वहीं एक ग्रामीण ने बताया कि वह व्हीलर से बलौदा बाजार जा रहे थे और टू लेन वाले मार्ग में रिसदा बस्ती के भीतर की अचानक वाहनों का जाम लग गया, जिस कारण 1 घंटे तक फंसे रहने के बाद दूसरे मार्ग से बलौदाबाजार पहुंचे।
सडक़ की दरार में फंसकर गिर रहे चालक
ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष भूतेश्वर वर्मा, स्थानीय महेंद्र कुमार साहू, पडक़ीडीह के जितेंद्र वर्मा नवापारा के डॉ. दौलतपाल आदि लोगों ने बताया कि लगातार भारी वाहन चलने से सडक़ पर आई दरारें इतने अधिक गहरी और चौड़ी हो चुकी है कि उसमें स्कूटी बाइक आदि दोपहिया वाहनों के पहिए फंस जाने से स्टेरिंग अनबैलेंस हो जाता है और कई बार सवार गिरकर चोटिल हो जाते हैं।
लोगों ने बताया कि सडक़ के जर्जर होने के कारण बारिश के दौरान कीचड़ में फंसे पानी से नहाते हैं तो सूखे मौसम में धूल स्नान के कारण कपड़े पूरी तरह बर्बाद हो जाते हैं, जिससे किसी शासकीय कार्यालय रिश्तेदार या अन्य कहीं जाने में हिचक होती है अथवा हीनता की भावना आती है।
सडक़ पर 5 से 7 फीट लंबे व चौड़े गड्ढे बने
भारी वाहन के कारण सडक़ बारिश में छोटे गड्ढे बढक़र और बड़े हो गए हैं। पडक़ीडीह तिराहे भरवाड़ीह मोड और सेमराडीह गांव के बाहर तो गड्ढे काफी खतरनाक और बड़े हो चुके हैं।
पडक़ीडीह के समिति अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा व सरपंच जसपाल ने बताया कि ठीक तिराहे पर 5 से 7 फीट लंबा चौड़ा और एक से डेढ़ फीट जानलेवा गड्ढा हो जाने से चार पहिया को पार करना काफी मुश्किल हो रहा है। वही गड्ढे में हर समय कीचड़ पानी रहने से रोज कई लोग गिर रहे हैं।
बारिश के बाद करेंगे मरम्मत-एसडीओ
उक्त संबंध में पीडब्ल्यूडी एसडीओ टी आर कौशिक ने बताया कि प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी बारिश के बाद उक्त मार्ग पर बीटी कार्य कराया जाएगा, जबकि सिमगा से हथबंद तक डामर बिछाया जाएगा।